इंदौर: ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर्यावरण के लिए लगातार खतरा बनता जा रहा है. इससे लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी लगातार काम कर रहे हैं. वे इसके लिए 30 देश में 62000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. अब वह इंदौर में लोगों को सौर ऊर्जा के उपयोग के साथ कार्बन उत्सर्जन रोकने के लिए 100 दिन की एनर्जी स्वराज यात्रा निकालने जा रहे हैं. उनकी इस मुहिम का समर्थन करते हुए इंदौर नगर निगम ने 100 दिनों में शहर से 10 फीसदी कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए एक एमओयू भी साइन किया है.
इंदौर में निकाली जाएगी एनर्जी स्वराज यात्रा
भारत के 'सोलर मैन ऑफ इंडिया' कहे जाने वाले प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी हाल ही में मध्य प्रदेश के सोलर एनर्जी ब्रांड एंबेसडर के रूप में सम्मानित किए गए. वे अब इंदौर में ऊर्जा के न्यूनतम उपयोग से कार्बन उत्सर्जन रोकने के लिए 1 दिसंबर से 10 मार्च तक एनर्जी स्वराज यात्रा निकालेंगे. इस दौरान सोलंकी शहर के लोगों से ऊर्जा के कम उपयोग के अलावा बिजली की बचत को लेकर जन जागरण अभियान चलाएंगे. शहर में इस तरह की पहली यात्रा के दौरान सोलंकी शहर के स्कूल, कॉलेज, इंडस्ट्री के अलावा मीडिया और पर्यावरण वालंटियर के साथ मिलकर लोगों को जलवायु परिवर्तन के खतरों से जागरूक करेंगे.
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ऊर्जा साक्षर सिटी बनाने के लिए 100 दिन का अभियान
चेतन सिंह सोलंकी ने अपने इस मुहिम के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "जलवायु परिवर्तन हो चुका है. हर नागरिक मरेटियल का उपयोग कर रहा है. जाने अनजाने में कार्बन उत्सर्जन करता है, जिसका असर ग्लोबर वार्मिंग पर होता है. मैंने तय किया है कि अपने संगठन 'एनर्जी स्वराज फाउंडेशन' के जरिए अपनी यात्रा के दौरान इंदौर का कार्बन उत्सर्जन को 10 फीसदी तक कम करेंगे." इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया, "चेतन सिंह सोलंकी के साथ इंदौर को दुनिया की पहली ऊर्जा साक्षर सिटी बनाने के लिए 100 दिन का अभियान शुरू किया जाएगा. इसके अलावा इंदौर में यात्रा के दौरान करीब 3 से 5 लाख लोग ऊर्जा उपयोग को लेकर साक्षर हो सके, इसके लिए भी अभियान चलेगा."