इंदौर : राज्य सरकार ने आखिरकार इंदौर के एमडीएम मेडिकल कॉलेज में मरीज को लगाए जा रहे घटिया इंजेक्शन कांड की जांच के आदेश दे दिए हैं. इतना ही नहीं मामला संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने 9 इंजेक्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं इस मामले में उपमुख्यमंत्री व लोक स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने इंदौर में कहा, '' इस मामले की जांच के दौरान पता लगाया जाएगा कि किन कारणों से इस तरह के इंजेक्शन की खरीदी हुई. वहीं आदेश को लेकर भी पड़ताल की जाएगी.''
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ सर्विस कॉरपोरेशन द्वारा खरीदे गए नौ तरह के जीवन रक्षक इंजेक्शन जांच में कम असरदार और लो क्वालिटी के पाए गए हैं. इसी वजह से इनकी खरीदी को लेकर भारी अनियमितता की आशंका जताई जा रही है. इस मामले की जांच के बाद इंदौर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक सुमित शुक्ला ने एक रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग और राज्य शासन को भी भेजी है.
बेचने वाले फर्म भी रडार पर
इस बीच इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला के पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री व उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने स्पष्ट किया कि मामला संज्ञान में आने के बाद राज्य शासन ने जो इंजेक्शनों को प्रतिबंधित किया है. वहीं इस खरीदी के बारे में पता लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल मामले की पड़ताल में देखा जाएगा कि किन फर्म से इस तरह की खरीदी हुई. इस मामले की जांच के साथ ही मरीजों को दिए जाने वाले अन्य इंजेक्शन के विकल्प पर भी चर्चा की जाएगी.