इंदौर। इंदौर में अपराधियों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने अब अपने काम करने के सिस्टम में आमूलचूल परिवर्तन किया है. इंदौर पुलिस ने बीट सिस्टम का ऐसा चक्रव्यूह बनाया है, जिससे अपराधियों के बचने के रास्ते बंद हो जाएंगे. योजना के मुताबिक प्रत्येक आरक्षक को एक मोहल्ले की जवाबदारी दी गई है. इस दौरान आरक्षक मोहल्ले में रहने वाले बदमाशों के साथ ही अन्य लोगों की सूची बनाएगा. इसकी जानकारी वह अपने थाना प्रभारी सहित अन्य अधिकारियों को देगा.
इंदौर के जोन 3 में पुलिस का नया बीट सिस्टम
गौरतलब है कि इंदौर में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद भी इंदौर में आपराधिक घटनाएं कम नहीं हो रही हैं. पिछले दिनों मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि पुलिस को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी. इसके साथ ही लगातार उठ रहे सवालों के बाद अब अब पुलिस ने वर्षों पुरानी चली आ रही अपनी बीट सिस्टम में बदलाव किया है. बता दें इंदौर पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में जोन 3 में एक नया बीट सिस्टम लागू किया गया है. इस नए सिस्टम में थाने पर पदस्थ सभी आरक्षकों को थाना क्षेत्र में मौजूद विभिन्न मोहल्ले की जवाबदारी दी जाएगी.
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हर मोहल्ले की सारी गतिविधि की जानकारी रखनी होगी
आरक्षक की जवाबदारी ये रहेगी कि उसे जिस मोहल्ले की जिम्मेदारी दी गई है, वहां होने वालों कार्यक्रम की पूरी जानकारी हो. साथ ही मोहल्ले में कितने लोग रहते हैं और वे किस व्यापार से जुड़े हुए हैं. किन लोगों के खिलाफ किस तरह की आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. इन तमाम तरह के लोगों की सूची भी आरक्षक को बनानी होगी. इसकी जानकारी वह अपने सब इंस्पेक्टर के साथ ही थाना प्रभारी व अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी देगा. यदि मोहल्ले में इस दौरान अपराध होने की जानकारी आरक्षक के पास नहीं है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा का कहना है "पुराने बीट सिस्टम में बदलाव किया गया है, इससे अपराध रुकेंगे."