इंदौर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को एक दिन के प्रवास पर इंदौर पहुंचे. यहां उन्होंने शहर के राऊ स्थित निजी स्कूल में एक संस्था द्वारा आयोजित गुरुदेव शिक्षा केन्द्र का शुभारंभ किया. इस दौरान नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक मधु वर्मा, अभिषेक व मोहन गुप्ता सहित शिक्षण क्षेत्र के अन्य लोग मौजूद रहे.
शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान
शिक्षा केंद्र के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि "शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान है. ईश्वर की सच्ची पूजा वंचित वर्गों की सेवा और उनके कल्याण के कार्य हैं. कई संस्थाएं जरूरतमंद बच्चों के लिए शिक्षा उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है, जो की सराहनीय है. इस तरह का पवित्र कार्य लगातार जारी रहना चाहिए."
अभावग्रस्त बच्चों को मिलेगी निशुल्क शिक्षा
शिक्षा केंद्र शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विद्यार्थियों को गणवेश और पठन-पाठन सामग्री वितरित की. साथ ही पौधारोपण भी किया. शिक्षा केन्द्र की डीन मेघा मुक्तिबोध ने एक यात्रा सपने से अपनों तक के माध्यम से गुरुदेव शिक्षा केन्द्र के बारे में जानकारी दी. केन्द्र के वाइस चेयरमेन हरिमोहन गुप्ता ने बताया कि "अभावग्रस्त बच्चों को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए गुरुदेव शिक्षा केन्द्र की स्थापना की गई है."
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सेवा और दान के आनंद को शब्दों में नहीं कर सकते बयां
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि "सेवा व दान के सुख और आनंद को शब्दों में परिभाषित करना कठिन है. सेवा व दान का आनंद और सुख आत्मिक अनुभूति का विषय है. शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान माना जाता है. किसी व्यक्ति और जरूरतमंद को शिक्षित करना उसके भविष्य के जीवन को संवारने जैसा है.''