इंदौर। हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट से जहां कई लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं दूर-दूर तक लोगों के घर धराशाई हो चुके हैं. फिलहाल हरदा में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है. इस बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर हरदा के घायलों और गंभीर रूप से घायल मरीजों के लिए न केवल भोपाल बल्कि इंदौर में भी इलाज के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
इंदौर अस्पताल में व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश
घटना के बाद कलेक्टर इंदौर आशीष सिंह और संभाग आयुक्त माल सिंह तत्काल महाराजा यशवंत राव हॉस्पिटल पहुंचे. जहां घायलों के लिए अतिरिक्त रूप से तैयारी के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक यदि हरदा के घायलों को इंदौर लाया जाता है, तो इंदौर में 70 बेड महाराजा यशवंत राव हॉस्पिटल में आरक्षित कर दिए गए हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं. इंदौर जिला प्रशासन के मुताबिक इंदौर से हरदा की ओर 26 एंबुलेंस रवाना की गई है. वहीं 10 फायर ब्रिगेड को इंदौर से हरदा भेजा गया है.
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धमाके से दहला हरदा शहर
गौरतलब है मंगलवार सुबह हरदा के मगरदा रोड स्थित बैरागढ़ गांव में राजेश अग्रवाल की पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हुआ था. यह विस्फोट इतना तेज था कि पूरे हरदा शहर में भूकंप के हालात बन गए. विस्फोट होते ही यहां के 60 से ज्यादा घरों में आग लग गई. जबकि फैक्ट्री के आसपास मौजूद लोग अपने वाहनों समेत दूर उछल गए. घटना के बाद पटाखे और आतिशबाजी में लगी आग से कई लोग घायल हो गए. जबकि विस्फोट के दायरे में आने के कारण और आग से भीषण रूप से जल जाने के कारण हरदा में सात लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हैं. जिन्हें हरदा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है. पुलिस-प्रशासन की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. घटनास्थल पर अभी भी आग लगी हुई है, जिसे बुझाने के प्रयास किया जा रहे हैं.