इंदौर : शहर के बाणगंगा क्षेत्र में रहने वाली विवाहिता को ससुराल वालों ने हद से बाहर प्रताड़नाएं दी. बीते 5 साल से ससुराल वालों की ज्यादतियों से तंग आकर महिला ने इंदौर की जिला अदालत में याचिका लगाई. कोर्ट ने ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. याचिका में महिला ने बताया "ससुराल वाले उसके चरित्र को लेकर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. महिला ने बेटी के जन्म दिया तो उसका डीएनए टेस्ट कराने पर जोर दे रहे है."
दो बार प्रेग्नेंट हुई महिला, हर बार चरित्र पर शंका जताई
मामले के अनुसार महिला की शादी 12 दिसंबर 2019 को भोपाल के एक युवक से हुई थी. शादी के कुछ दिनों तक मामला ठीक-ठाक चलता रहा. लेकिन इसके बाद सास ने उसके चरित्र पर सवाल उठाने शुरू कर दिए. लगातार छोटी-छोटी बातों को लेकर पति सहित परिवार के अन्य लोग परेशान करने लगे. दहेज के रूप में दो लाख रुपए की डिमांड भी करने लगे. इसी दौरान महिला प्रेग्नेंट हो गई. पति, सास, ससुर से लगातार विवाद के चलते उसका मिसकैरेज हो गया, उसके बाद कुछ दिनों बाद जब महिला फिर प्रेग्नेंट हुई तो उसकी सास सहित पति ने किसी तरह की कोई जांच नहीं करवाई.
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पति के साथ ही सास-ससुर के खिलाफ एफआईआर के आदेश
महिला का ऑपरेशन होने के बाद बच्ची मृत मिली. इसके बाद पति और सास ने महिला के के चरित्र पर शंका व्यक्त करते हुए अनाप-शनाप आरोप लगाए. साथ ही मृत हुई बच्ची का डीएनए टेस्ट को लेकर भी ताना मारा. सास ने ताना मारा कि वंश चलाने के लिए बेटे की जरूरत है. इसके बाद पीड़िता अपने मायके आ गई. फिर पति सास-ससुर सहित अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की. एडवोकेट कृष्णकुमार कुन्हरे ने इस मामले में जिरह की. इसके बाद कोर्ट ने पति, सास-ससुर के खिलाफ घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना का प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी किए.