इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले सहित आसपास के इलाकों में रुक-रुककर हो रही नाम मात्र की बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. फिलहाल इंदौर जिले में 15 जून से लेकर अभी तक मात्र 6 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में आधी से भी कम है. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि मजबूत सिस्टम के बावजूद अधिक आद्रता और और हवा की गति के कारण बारिश नहीं हो पा रही है जो भविष्य के लिए चिंता जनक है.
शहरी क्षेत्र में बिल्कुल कम हुई है बारिश
दरअसल, यह पहला मौका है जब इंदौर जिले के महू, देपालपुर और सांवेर इलाके में भरपूर बारिश देखी जा रही है. वहीं इंदौर के शहरी क्षेत्र में बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. शहरी इलाकों में भी स्थिति यही है कि कहीं बारिश हो रही है तो एक दो किलोमीटर के अंतराल में ही कहीं धूप निकल हुई है. यह स्थिति मॉनसून सीजन के शुरुआत से ही बनी हुई है. यही वजह है कि इंदौर शहर के कुछ इलाकों में 10 से 15 मिलीमीटर बारिश हो रही है. वहीं कुछ इलाकों में बिल्कुल पानी नहीं गिर रहा है. नतीजतन पिछले साल की तुलना में शहरी क्षेत्र में आधी भी बारिश नहीं हुई है.
इस वजह से कम हो रही है बारिश
मौसम वैज्ञानिक और कृषि महाविद्यालय के प्रोफेसरों ने इस स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि जिन इलाकों की जमीन में नमी पाई जा रही है. वहां बारिश कम हो रही है और जिन क्षेत्रों में गर्मी और हवाओं का असर ज्यादा है वहां बारिश अच्छी दर्ज की जा रही है. मौसम वैज्ञानिक एच एल खपेड़िया के अनुसार, इस तरह की बारिश भविष्य के लिए चिंताजनक है और आने वाले समय में यह स्थिति और वीभत्स हो सकती है. फिलहाल मजबूत सिस्टम होने के बाद भी इंदौर शहर में कम बारिश दर्ज की जा रही है, जहां-जहां बारिश हो रही है वह भी एक से डेढ़ किलोमीटर के अंतराल में ही देखी जा रही है.'' फिलहाल इंदौर शहर की बात करें तो अब तक डेढ इंच बारिश दर्ज की गई है और ऑरेंज अलर्ट जारी होने से बारिश होने के आसार बने हुए हैं, लेकिन अब तक अन्य स्थानों की तुलना में शहरी क्षेत्र में बारिश नाम मात्र की हुई है.