इंदौर। इंदौर सेंट्रल जेल में इस बार भी नवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है. इस पर्व पर मां कनकेश्वरी देवी बंदियों से साक्षात्कार करने जेल पहुंची. जेल अधीक्षिका अलका सोनकर ने तिलक लगाकर मां कनकेश्वरी का स्वागत किया. इसके बाद मां कनकेश्वरी देवी ने जेल में बंदियों के सामने प्रवचन किए. अपना आशीर्वाद मां ने सभी महिला पुरुष बंदियों को दिया.
कैदी का दृढ़संकल्प आम आदमी से ज्यादा
प्रवचन के दौरान मां कनकेश्वरी देवी ने कहा "मैं न तो कोई ज्ञान देने आई हूं. बस इस नवरात्र के इस पावन पर्व पर आप लोगों से मिलने का मुझे अवसर मिला. इससे मैं बहुत खुश हूं." कनकेश्वरी देवी ने अपने प्रवर्चन में अपराधों को लेकर अपनी बात रखी. "कभी कभी बड़ा अपराधी बाहर होता है तो छोटा अपराधी जेल में होता है. अपराध करने वाला बहुत दृढ़ संकल्पित होता है. ये आम आदमी से हटकर होते हैं. अगर यही इनका दृढ़ संकल्प समाज के कार्यों में लगा दिया जाए तो बड़ा बदलाव हो सकता है."
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अपराधी की मानसिकता बदलने की आवश्यकता
उन्होंने कहा "अगर अपराध करने की मानसिकता को बदल दिया जाए ये अपराधी न होकर समाज में अपना नाम कर रहे होते. देश का नाम कर रहे होते. इसलिए इन्हें ये समझने की जरूरत है कि सकारात्मक कार्यों में अपनी ऊर्जा लगाकर जीवन को सुखदायक बना सकते हैं. सही राह पर चलकर भी समस्याओं का निपटारा किया जा सकता है." प्रवचन के बाद महिला बंदियों ने भजनों पर अपनी प्रस्तुतियां दी. आज का माहौल जेल में बिल्कुल बदला हुआ था. कैदियों ने भी प्रवचन बहुत ध्यान से सुने.