इंदौर : दिल्ली की एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से हुई मौतों की घटना से देशभर में जांच अभियान शुरू हो गया है. इंदौर शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में बिल्डिंग के बेसमेंट में संचालित कोचिंग क्लास, अस्पताल, हॉस्टल या लायब्रेरी की जांच शुरू हो गई है. एजुकेशन हब के नाम से मशहूर इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में भी अलग-अलग तरह की कोचिंग संचालित की जा रही हैं और यहां भी हद दर्जे की लापरवाही सामने आ रही है.
बड़े कोचिंग संस्थान भी रडार पर
इंदौर में मंगलवार को दो बड़े कोचिंग संस्थानों की जांच पड़ताल की गई, इस दौरान कई तरह की अनियमितताएं सामने आईं हैं. इसमें से एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में भी कोचिंग संचालित करने का मामला सामने आया है. जब संस्थान के संचालक से पूछताछ की गई तो उनका कहना था कि तीन दिन पहले तक बेसमेंट में कोचिंग संचालित होती थी लेकिन अब उसे फर्स्ट फ्लोर पर संचालित किया जा रहा है.
कार्रवाई कर रहे कई जांच दल
गौरतलब है कि बेसमेंट में कोचिंग, लायब्रेरी आदि संचालित होने पर कार्यपालिक दण्डाधिकारी, पुलिस अधिकारी, नगर पालिका अथवा निगम के अधिकारी, दमकल व बिजली विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रहे हैं. इक कार्य के लिए कई जांच दल गठित किए गए हैं.
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कई कोचिंग सेंटर्स में लगे ताले
फिलहाल जांच टीम के दौरे से भंवर कुंआ, गीता भवन और राजबाला क्षेत्र में कई कोचिंद संचालक ताला डालकर भाग निकले. दिल्ली में हुई घटना के बाद कोचिंग संस्थान के संचालकों में काफी हड़कंप है और जिन जगहों पर लापरवाही सामने आ सकती है उन कोचिंग संस्थानों ने छात्रों को छुट्टी दे दी है.