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इस स्कूल में जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते थे क्रिकेटर मुकेश कुमार? वर्षों बाद लौटे तो इस तरह मिला सम्मान - MUKESH KUMAR

भारतीय क्रिकेटर मुकेश कुमार बिहार के उस स्कूल में पहुंचे जहां उन्होंने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी. स्कूल के शिक्षकों ने उनका भव्य स्वागत किया.

Indian cricketer Mukesh Kumar
क्रिकेटर मुकेश कुमार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 12, 2025, 2:24 PM IST

गोपालगंज: मुकेश कुमार आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. क्रिकेट प्रेमियों के लिए लिए मुकेश कुमार एक स्टार हैं. बिहार के काकड़कुंड के रहने वाले मुकेश कुमार मंगलवार को अपने गांव पहुंचे. इस दौरान वे उस स्कूल में गए जहां उन्होंने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी.

सम्मान में समारोह आयोजित: मंगलवार को स्कूल में मुकेश कुमार के सम्मान में समारोह आयोजित की गयी. स्कूल में भव्य स्वागत किया गया. मुकेश भी 90 बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री वितरित की. इसके साथ पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ साथ खेल में भी रुचि लेने की बात कही. सम्मान समारोह के दौरान जिले के डीडीसी कुमार निशांत विवेक और सदर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार के अलावा जिला परिषद अध्यक्ष सुभाष सिंह भी शामिल रहे.

गोपालगंज में क्रिकेटर मुकेश कुमार (ETV Bharat)

गांव के स्कूल में की पढ़ाई: आपकों बता दें कि मुकेश कुमार का जन्म गोपालगंज जिले के काकड़कुंड गांव में हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के ही सरकारी स्कूल उत्क्रमित मध्य विद्यालय से हासिल की थी. क्रिकेट में उनकी रुचि बचपन से ही थी. उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से इस खेल में अपना नाम रोशन किया. उनकी बेहतरीन प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया गया. अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भी कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं.

बिताए गए समय को किया याद: मुकेश कुमार के पैतृक गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पहुंचने पर प्रधानाचार्य ने भव्य स्वागत किया. उन्हें स्कूल की गतिविधियों के बारे में बताया साथ ही मुकेश ने बच्चों के साथ बातचीत भी की. मुकेश कुमार ने कहा कि उन्हें अपने स्कूल के बच्चों के साथ समय बिताकर बहुत खुशी हुई.

Indian cricketer Mukesh Kumar
बच्चों में पाठ्य सामग्री वितरित करते मुकेश कुमार (ETV Bharat)

"सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन जरूरत है. बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया. आज बहुत ही गर्ववांवित महसूस कर रहा हूं. क्योंकि जिस स्कूल से अपना कक्षा स्टार्ट किया, अपनी स्कूलिंग की उस स्कूल में मुझे आने का सौभाग्य मिला. सर के साथ बैठने का मौका मिला." -मुकेश कुमार, भारतीय क्रिकेटर

जमीन पर बैठकर की पढ़ाई: उन्होंने अपना समय याद करते हुए कहा कि स्कूलिंग के समय यह सब कुछ नहीं था. सिर्फ ओपन ग्राउंड था. छोटा सा एल्बेस्टर का एक कक्षा था. उसी में हमारे मास्टर जी पढ़ाते थे. हम लोग नीचे बोरा पर बैठकर पढ़ाई करते थे. उन्होंने बताया कि वे पापा के साथ स्कूल आते थे.

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गोपालगंज: मुकेश कुमार आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. क्रिकेट प्रेमियों के लिए लिए मुकेश कुमार एक स्टार हैं. बिहार के काकड़कुंड के रहने वाले मुकेश कुमार मंगलवार को अपने गांव पहुंचे. इस दौरान वे उस स्कूल में गए जहां उन्होंने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी.

सम्मान में समारोह आयोजित: मंगलवार को स्कूल में मुकेश कुमार के सम्मान में समारोह आयोजित की गयी. स्कूल में भव्य स्वागत किया गया. मुकेश भी 90 बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री वितरित की. इसके साथ पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ साथ खेल में भी रुचि लेने की बात कही. सम्मान समारोह के दौरान जिले के डीडीसी कुमार निशांत विवेक और सदर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार के अलावा जिला परिषद अध्यक्ष सुभाष सिंह भी शामिल रहे.

गोपालगंज में क्रिकेटर मुकेश कुमार (ETV Bharat)

गांव के स्कूल में की पढ़ाई: आपकों बता दें कि मुकेश कुमार का जन्म गोपालगंज जिले के काकड़कुंड गांव में हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के ही सरकारी स्कूल उत्क्रमित मध्य विद्यालय से हासिल की थी. क्रिकेट में उनकी रुचि बचपन से ही थी. उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से इस खेल में अपना नाम रोशन किया. उनकी बेहतरीन प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया गया. अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भी कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं.

बिताए गए समय को किया याद: मुकेश कुमार के पैतृक गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पहुंचने पर प्रधानाचार्य ने भव्य स्वागत किया. उन्हें स्कूल की गतिविधियों के बारे में बताया साथ ही मुकेश ने बच्चों के साथ बातचीत भी की. मुकेश कुमार ने कहा कि उन्हें अपने स्कूल के बच्चों के साथ समय बिताकर बहुत खुशी हुई.

Indian cricketer Mukesh Kumar
बच्चों में पाठ्य सामग्री वितरित करते मुकेश कुमार (ETV Bharat)

"सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन जरूरत है. बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया. आज बहुत ही गर्ववांवित महसूस कर रहा हूं. क्योंकि जिस स्कूल से अपना कक्षा स्टार्ट किया, अपनी स्कूलिंग की उस स्कूल में मुझे आने का सौभाग्य मिला. सर के साथ बैठने का मौका मिला." -मुकेश कुमार, भारतीय क्रिकेटर

जमीन पर बैठकर की पढ़ाई: उन्होंने अपना समय याद करते हुए कहा कि स्कूलिंग के समय यह सब कुछ नहीं था. सिर्फ ओपन ग्राउंड था. छोटा सा एल्बेस्टर का एक कक्षा था. उसी में हमारे मास्टर जी पढ़ाते थे. हम लोग नीचे बोरा पर बैठकर पढ़ाई करते थे. उन्होंने बताया कि वे पापा के साथ स्कूल आते थे.

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