जबलपुर। भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल संजीव घुराटिया जबलपुर में आयुध निर्माणी खमरिया फैक्ट्री का दौरा करेंगे. यहां थाउजेंड पाउंडर बम ढाई सौ किलोग्राम के बम एरियल बम और कुछ छोटे बम भी बनाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल भारतीय वायु सेना करती है. एयर मार्शल इन्हीं बमों के बारे में जानकारी लेंगे. दरअसल, एयर मार्शल संजीव घुराटीया का जबलपुर से पुराना नाता रहा है. उनकी प्राथमिक शिक्षा जबलपुर के मॉडल हाई स्कूल में हुई थी. उन्होंने जबलपुर के ही इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी.
एयर मार्शल संजीव घुराटिया का जबलपुर से खास नाता
भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल संजीव घुराटिया लंबे समय तक जबलपुर में रहे हैं. बता दें कि जबलपुर में भारतीय सेना के कई महत्वपूर्ण संस्थान हैं. इनमें आयुध निर्माणी का भारतीय सेना में विशेष योगदान है. क्योंकि वायु सेना में इस्तेमाल होने वाले उन्नत बमों का निर्माण जबलपुर में ही होता है. इन बमों का इस्तेमाल केवल भारतीय वायु सेवा नहीं बल्कि दुनिया की कई सेनाएं करती हैं. भारत कई देश को अपने उत्पाद बेचता है. इनका उत्पादन जबलपुर में होता है.
ये खबरें भी पढ़ें... जबलपुर की कंपनी ने बढ़ाई एयरफोर्स की ताकत, डिलीवर की 500 किग्रा की बम खेप आयुध निर्माणी दिवस: 'सारंग' से 'धनुष' तक सेना की ताकत का केंद्र है जबलपुर |
जबलपुर में वायु सेना का कोई संस्थान शुरू हो सकता
एयर चीफ मार्शल के जबलपुर आने से एक संभावना यह भी बन रही है कि जबलपुर में वायु सेना का कोई संस्थान शुरू हो सकता है. जबलपुर में अभी मध्य भारत का मन ग्रेनेडियर्स के अलावा सेवा की व्हीकल फैक्ट्री और आयोग निर्माण फैक्ट्री है. यदि जबलपुर में एयर फोर्स से जुड़ी कोई यूनिट शुरू होती है तो ये शहर के लिए बड़ी उपलब्धि होगी.