खटीमा: उत्तराखंड निकाय चुनाव में खटीमा नगर पालिका अध्यक्ष पद पर इस बार निर्दलीय प्रत्याशियों की राष्ट्रीय दलों से ज्यादा चर्चा हो रही है. कांग्रेस से टिकट ना मिलने पर चुनावी रण में बागी के रूप मे उतरे निर्दलीय प्रत्याशी राशिद अंसारी बेहद मजबूती से चुनाव लड़ते हुए राष्ट्रीय दलों का चैन उड़ा रहे हैं, जबकि बीजेपी पृष्ठभूमि के निर्दलीय प्रत्याशी दीपक भट्ट भी खटीमा की आवाम की नजर में भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाले प्रत्याशी के रूप में देखे जा रहे हैं.
उत्तराखंड निकाय चुनाव 2025 में इस बार अधिकतर जगह भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधी चुनावी टक्कर है, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र खटीमा नगर पालिका में इस बार का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशियों की दमदार उपस्थिति ने फंसा दिया है. फिलहाल भाजपा और कांग्रेस के बीच निर्दलीय प्रत्याशियों की चुनावी धमक ने इस चुनाव को रोचक बना दिया है.
इस बार भारतीय जनता पार्टी ने अध्यक्ष पद पर रमेश चंद्र जोशी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस के टिकट से उमेश राठौर उर्फ बॉबी चुनावी मैदान में उतरे हैं. बीस वार्डों वाली लगभग 65 हजार से ज्यादा मतदाताओं वाली नगर पालिका में कांग्रेस से बागी होकर चुनावी मैदान में उतरे राशिद अंसारी कांग्रेस को नुकसान पहुंचाते दिख रहे हैं.
खटीमा नगर पालिका में लगभग साढ़े अठारह हजार मुस्लिम मतदाता इस बार अहम भूमिका में नजर रहे हैं, जबकि अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों की बात करें, तो भाजपा पृष्टभूमि के दीपक भट्ट सीधे-सीधे बीजेपी को नुकसान पहुंचाते दिख रहे हैं. इसके अलावा अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों में जेपी सिंह, रूमाना नकवी, आरिफ अंसारी सहित आप प्रत्याशी विनोद जोशी भाजपा और कांग्रेस के मतों में सेंधमारी करते दिख रहे हैं. फिलहाल मुस्लिम,पर्वतीय थारू जनजाति मतदाताओं का रुझान इस बार बंटा होने की वजह से कौन इस चुनाव में जीतेगा यह अभी कयास नहीं लगाए जा रहे हैं.
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