खैरथल. खैरथल-तिजारा में बीज खरीदने के बहाने तमिलनाडु और कर्नाटक के दो व्यापारियों को ठगों ने अपने जाल में फंसाकर उनके खाते से करीब 23 लाख 49 हजार रुपए उड़ा लिए. आरोपियों ने व्यापारियों को अपने घर पर बुलाकर उनको बंधक बनाया. इसके बाद उनसे मारपीट कर उनके खाते से राशि निकाल ली. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है.
यूआईटी भिवाड़ी थाना प्रभारी सत्यनारायण ने बताया कि क्षेत्र में दो व्यापारियों से लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. जिस जगह व्यापारियों के साथ यह घटना हुई, उस जगह के बारे में जानकारी जुटा ली गई है. आरोपी बनबन गांव के निवासी हैं, जो अभी फरार है. टीम गठित कर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है. जल्द ही आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.
पीड़ित व्यापारी एस वेहबेधन ने बताया कि वह इंडियामार्ट के जरिए ढेंचा बीज की तलाश कर रहा था. इस दौरान उसे बेंगलूर के गोला रवि ने बताया कि राजस्थान के भिवाड़ी में एक बीज बेचने वाला है, जिससे सम्पर्क किया गया. पीड़ित ने बताया कि वो 30 अप्रैल को चेन्नई से दिल्ली गया. बेंगलूर से गोला रवि भी दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंच गया. दोनों व्यापारी आरोपियों की गाड़ी में बैठकर भिवाड़ी और फिर उसके गांव बनबन पहुंच गए, जहां ठगों ने उनको बंधक बनाकर उनके खाते से अलग-अलग खातों में करीब 23 लाख 49 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए.
घर में घुसते ही मोबाइल पर्स बैग छीने : पीड़ित व्यापारियों ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने हमे अपने घर में ले जाने के बाद सबसे पहले हमारे मोबाइल, पर्स और बैग छीन लिए. इसके बाद हमारे साथ मारपीट की गई और गोली मारने की धमकी देने लगे. हमारे खाते के पासवर्ड पूछ कर उन्होंने अलग-अलग खातों में केश ट्रांसफर कर लिए. इसके बाद वो 30 अप्रैल को शाम 7 बजे के करीब अपनी गाड़ी से गुरुग्राम के पास उनको छोड़कर फरार हो गए.
इधर, झालावाड़ में ठगी की राशि पीड़ितों के खाते में डाली गई : झालावाड़ जिले की साइबर थाना पुलिस ने साइबर फ्रॉड के दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता अर्जित करते हुए पीड़ितों के खातों से फ्रॉड कर निकाली गई करीब 50,000 रुपए की राशि खातों में लौटाई है. पुलिस ने बताया कि स्कैमर्स ने पीड़ित को कॉल पर परिचित की दुर्घटना में इमरजेंसी बताकर उससे करीब 24 हजार 58 रुपए का ट्रांजैक्शन फोन पे पर करवा लिया था. वहीं दूसरे मामले में पीड़ित के एयरटेल बैंक से अनधिकृत रूप से 25000 हजार रुपए डेबिट किए गए थे.
पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि खानपुर थाना क्षेत्र के सुमर निवासी कृष्ण गोपाल ने एक ऑनलाइन फ्रॉड की रिपोर्ट दर्ज की थी जिसमें उन्होंने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा फोन पर उसे अपना परिचित बताकर दुर्घटना में इमरजेंसी बताकर उससे करीब 25 हजार की डिमांड की गई. इस दौरान वह स्कैमर्स के झांसे में आ गया और उसके बताए गए नंबर पर यूपीआई ट्रांजैक्शन करते हुए करीब 24 हजार 58 रुपए भेज दिए. बाद में पीड़ित को उसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड होने का अहसास हुआ, जिसके बाद उसने खानपुर थाने में ऑनलाइन फ्रॉड होने की शिकायत दी.
वहीं अन्य चिकली निवासी पीड़ित महावीर बैरवा ने भी खानपुर थाने में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत दर्ज करवाई थी जिसमें उसने बताया था कि उसका एयरटेल बैंक में बचत खाता है. इस दौरान जब उसने अपना स्टेटमेंट निकलवाया तो उसके बचत खाते में 25000 का डेबिट होना पाया गया था. इस दौरान पीड़ित ने अनाधितकृत रूप से फ्रॉड ट्रांजेक्शन होने की शिकायत दी थी. एसपी रिचा तोमर ने बताया कि दोनों शिकायतों के मिलने के बाद साइबर एक्सपर्ट ने इनका सत्यापन किया बाद में दोनों पीड़ितों के बैक स्टेटमेंट निकलवाए गए. जिले की साइबर टीम ने दोनों पीड़ितों के खाते में अनाधिकृत रूप से हुए ट्रांजैक्शन की रकम को खातों में रिफंड करवाया.