दौसा. जिले में बीती रात नेशनल हाईवे 21 पर 2 अलग-अलग भीषण सड़क हादसे हो गए, जिसमें एक युवक की मौत हो गई. और दो लोग घायल हो गए. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने वाहन में फंसे मृतक युवक के शव को सिकराय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. वहीं, दूसरे हादसे में पलटी पिकअप को क्रेन की सहायता से हाईवे से हटाकर यातायात सुचारू करवाया गया. जानकारी के अनुसार, दोनों हादसे दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र से गुजर रहे नेशनल हाईवे 21 पर स्थित बालाजी मोड़ और गुर्जर सीमला के पास हुए हैं.
जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाने में तैनात एएसआई शीशराम आर्य ने बताया कि पहला हादसा बीती रात करीब 1:45 पर हुआ. जिसमें चालक केंट्रा से जयपुर से भरतपुर की ओर जा रहा था. गुर्जर सीमला के समीप रात करीब पौने 2 बजे अचानक आगे चल रहे किसी अज्ञात वाहन से जा भिड़ा. इस दौरान आगे चल रहा वाहन मौके से फरार हो गया, लेकिन भीषण दुर्घटना के कारण केंट्रा का केबिन क्षतिग्रस्त हो गया. इस दौरान चालक हेमंत चौधरी (25) पुत्र ओमवीर चौधरी निवासी नंगला अड्डा मथुरा उत्तरप्रदेश केबिन में बुरी तरह से फंस गया, जिसके कारण चालक गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस प्रथम दृष्टया हादसे का कारण चालक को नींद की झपकी आना मान रही है.
दूध से भरी पिकअप को ट्रेलर ने मारी टक्कर : एएसआई शीशराम आर्य ने बताया कि पहले हादसे के कुछ ही देर बाद रात करीब सवा दो बजे दूसरा हादसा बालाजी मोड़ तिराहे पर घटित हो गया, जिसमें पैकेट दूध से भरी एक गाड़ी को ट्रेलर ने टक्कर मार दी. एएसआई ने बताया कि दूध से भरी पिकअप बालाजी मोड़ पर सप्लाई के बाद भरतपुर की ओर जाने के लिए कट पर खड़ी थी. तभी भरतपुर की ओर से आ रहे एक ट्रेलर ने पिकअप को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे पिकअप मौके पर ही पलट गई.
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दूध के पैकेट लूटने की मची होड़ : हालांकि, इस हादसे में डेयरी वाहन में मौजूद चालक और खलासी बाल-बाल बच गए, जिन्हें मामूली चोट आई है. लेकिन डेयरी वाहन में भरा पैकट दूध सड़क पर फैल गया. जिससे हाईवे पर दूध की गंगा बह गई. इस दौरान आसपास रहने वाले लोगों में दूध को लूटने की होड़ मच गई. इस दौरान सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पिकअप को सीधा कर रोड से साइड किया. यातायात को सुचारू ढंग से चालू करवाया.
6 घंटे बाद भी मौके से नहीं हटा ट्रेलर : एएसआई शीशराम आर्य ने बताया कि मौके से दुर्घटनाग्रस्त ट्रेलर को हटाने के लिए एनएचएआई की क्रेन को बुलाया गया. लेकिन ट्रेलर को हटाने में एनएचएआई की क्रेन असफल रही, जिसके कारण रविवार सुबह 6 घंटे बाद भी ट्रेलर को मौके से नहीं हटाया गया. ऐसे में आने जाने वाले वाहनों को हाईवे पर सफर के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ा.