आगरा : ताजनगरी के खेरागढ़ और जगनेर थाना क्षेत्र के करीब 10 गांवों में ड्रोन से रेकी की अफवाह पर लोग लाठी-डंडे लेकर घरों से बाहर निकल आए. रात में लोग सड़कों पर पहरा देने लगे. पुलिस को भी सूचना मिली. पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि ग्रामीण जिन्हें ड्रोन समझ रहे थे, वे एयरफोर्स के दो एयरक्राफ्ट हैं. बारी-बारी से सभी गांवों में पुलिस की टीमें पहुंची और पहरा दे रहे लोगों को सच्चाई से अवगत कराया. इसके साथ ही अपील की कि इस तरह की अफवाह पर ध्यान न दें, इसके बाद लोग घरों में लौटे.
पुलिस पहुंची तो असलियत आई सामने: एसीपी खेरागढ़ इमरान अहमद ने बताया कि रविवार देर शाम से खेरागढ़ थाना क्षेत्र के गांव चीत, उंट गिरी, विधैली,नगला कमाल, नगला पहाड़ी में लोगों ने ड्रोन देखने की और अज्ञात बदमाशों द्वारा गांवों की रैकी करने की सूचना दी. इसके साथ ही कुछ देर बाद जगनेर के गांव जलालपुर, देवली, तांतपुर ओर बसई के ग्रामीणों ने भी इसी तरह की सूचना दी. जिस पर पुलिस टीमें गांवों में भेजी गईं. इसके साथ ही पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना की गहनता से जांच की तो पता चला कि जिसे ग्रामीण ड्रोन बता रहे हैं, वो एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट हैं. जो आगरा के खेरिया एयरपोर्ट से उड़ान कर अभ्यास कर रहे हैं. ये एएन-32 एयरक्राफ्ट की अभ्यास उड़ानें थीं. इन्हें देखकर ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर घरों से बाहर निकल आए. ग्रामीण गांवों के बार जमा हो गए और पहरा देने लगे.
ग्रामीणों से अपील अफवाह ना फैलाएं : एसीपी इमरान अहमद खेरागढ़ ने बताया कि पुलिस टीमें सभी गांव में गईं. ग्रामीणों को समझाया. उन्हें बताया कि जिन्हें आप ड्रोन समझ रहे हैं, वे एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट एएन 32 हैं. एयरफोर्स की एक एक्सरसाइज है. कहीं पर कोई बदमाश नहीं आए हैं. ना ही बदमाश ड्रोन उड़ाकर रैकी कर रहे हैं. जिस पर ग्रामीण शांत हुए. ग्रामीणों से कहा कि, वे सतर्क रहें. पुलिस को हर गतिवधि की सूचना दें. मगर, किसी अफवाह पर ध्यान ना दें. ना ही कोई अफवाह फैलाएं.