शिमला: हिमाचल की राजधानी शिमला में एक महिला गार्ड की ईमानदारी की कहानी सबकी जुबान पर है. आईजीएमसी शिमला में हर दिन सैकड़ों को लोग अपना इलाज करवाने आते हैं. इस दौरान कई लोगों का सामान और पर्स चोरी होने की खबर आपने बहुत सुनी होगी, लेकिन इस बार किसी चोरी की वजह से नहीं, बल्कि महिला गार्ड की ईमानदारी की वजह से आईजीएमसी शिमला खबरों में है.
बता दें कि सूबे के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में इलाज करवाने आई बुजुर्ग महिला का पैसों से भरा पर्स लौटाकर एक महिला सिक्योरिटी गार्ड ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. दरअसल, ठियोग उपमंडल के माहौरी गांव की रहने वाली 72 साल की बुजुर्ग महिला मस्ती देवी इलाज करवाने के लिए आईजीएमसी आई थी. इस दौरान उनका पर्स कहीं गुम हो गया. पर्स न पाकर महिला काफी परेशान हुई. बाद में सुरक्षाकर्मियों सहित लोगों ने पर्स की खोजबीन की. इस दौरान सिक्योरिटी गार्ड पूजा भारती को यह पर्स सीढ़ियों के पास मिला. जिसके बाद पूजा ने लाउडस्पीकर से अनाउंस करके ये पर्स बुजुर्ग महिला को वापस किया. गौर रहे कि जहां कुछ महिला सिक्योरिटी गार्ड लोगों के साथ बदसलूकी करती हैं. वहीं, सिक्योरिटी में तैनात पूजा भारती ने ईमानदारी का परिचय दिया है.
वहीं, चंद दिन पहले ही आईजीएमसी में एक महिला का बैग चोरी होने की सीसीटीवी फुटेज वायरल हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति किसी महिला का बैग लेकर आया और भीतर कक्ष में गया. जहां उसने बैग से पैसे निकाले और बाद में पर्स वहीं फेंक कर फरार हो गया. इसी तरह बीते मई माह में कुमारसैन से अपना इलाज करवाने के लिए पाई पाई जोड़कर आईजीएमसी शिमला आई एक 65 वर्षीय महिला का शातिरों ने पर्स उड़ा लिया. महिला के पर्स में 13 हजार नकदी थे. साथ ही पर्स में पैसों के अलावा अन्य जरूरी दस्तावेज भी थे. पर्स चोरी के बाद महिला ने लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. मामले में पुलिस ने भी संदिग्ध की तस्वीर जारी की थी.
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