नई दिल्ली: राजधानी के इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) में दो दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक समारोह 'तरांगना' के 11वें संस्करण का आयोजन किया गया. इस दौरान मशहूर बॉलिवुड गायक शान के गानों पर विश्वविद्यालय की हजारों छात्राएं झूम उठीं. इस बार कार्यक्रम की थीम 'सिटीस्पेस' रखी गई थी.
इसके बारे में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अमिता देव ने बताया कि 2013 में यह विश्वविद्यालय अस्तित्व में आने के बाद, 2015 से हर वर्ष वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम 'तरांगना' का आयोजन किया जाता है. इस फेस्ट को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि उनकी शिक्षा के साथ सांस्कृतिक क्षेत्र में भी रुचि बढ़े. हर बार की तरह इस बार भी कवि सम्मेलन, ग्रुप और सोलो डांस परफॉर्मेंस, नुक्कड़ नाटक, मिस्टर और मिस आईजीडीटीयूडब्ल्यू, स्टेज परफॉर्मेंस आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसके बाद बॉलिवुड गायक शान ने दो घंटे की लाइव परफॉर्मेंस दी.
कार्यक्रम में आने के लिए यूनिवर्सिटी के सभी गेट्स पर छात्राओं का हुजूम दिखाई दिया. दोपहर 12 बजे से ही कश्मीरी गेट में छात्राओं की भीड़ जुटने लगी. उन्हें संभालने के लिए पुलिस ने सभी गेट पर बेरिकेड और जवान तैनात कर रखे थे. कार्यक्रम में सिर्फ वही छात्र आ सके, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा रखा था. डॉ. अमिता ने आगे कहा, 'मुझे इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय का नेतृत्व करने पर बेहद गर्व है, जहां हम छात्राओं को बाधाओं को तोड़ने, उनकी क्षमता का पता लगाने और एक ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए सशक्त बनाते हैं, जहां वे न केवल भाग लेती हैं बल्कि प्रौद्योगिकी की गतिशील दुनिया का नेतृत्व करती हैं. इस विश्वविद्यालय में हम यह मानते हैं कि शिक्षा अनंत संभावनाओं को खोलने की कुंजी है.
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सुरक्षा के विशेष इंतजाम: उन्होंने बताया कि पूरे विश्वविद्यालय में 100 सिक्योरिटी पॉइंट्स बनाए गए थे, जहां 40 से ज्यादा बाउंसर्स को तैनात किया गया था. इसके अलावा महिला बाउंसर की भी ड्यूटी लगाई गई थी. वहीं फेस्ट के लिए विशेष 70 सफाई कर्मचारियों को लगाया गया, जिसके साथ पूरे विश्वविद्यालय 50 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे. इतना ही नहीं, परिसर में एक एंबुलेंस और एक फायरब्रिगेड की गाड़ी भी मौजूद थी और पूरे फेस्ट को ड्रोने से कवर किया गया. गौरतलब है कि 1998 में इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईजीआईटी) के रूप में स्थापित, विश्वविद्यालय ने 2013 में अपनी वर्तमान स्थिति प्राप्त की और इसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय कर दिया गया था.
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