सरायकेला: जिले की सरायकेला विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी चंपाई सोरेन की जीत ने क्षेत्र में नया राजनीतिक माहौल तैयार कर दिया है. जीत के साथ ही चंपाई सोरेन ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ उलगुलान (आंदोलन) छेड़ने की घोषणा की. जीत के बाद अपने घर पहुंचे चंपाई सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राजनीति का अंत नहीं होता. मेरा अगला उद्देश्य बांग्लादेशी घुसपैठियों को क्षेत्र से बाहर करना है. हमारी लड़ाई आदिवासियों की जमीन और अधिकारों को वापस दिलाने की है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने दावा किया कि बाहरी घुसपैठियों के कारण आदिवासी अपने ही क्षेत्र में हाशिए पर जा रहे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कड़ा रुख दिखाते हुए चंपाई सोरेन ने घुसपैठियों को क्षेत्र से भगाने का संकल्प लिया है. उन्होंने आदिवासियों को आश्वासन दिया कि उनकी जमीनें उन्हें वापस दिलाई जाएंगी. चंपाई ने यह भी कहा कि उनकी जीत केवल सत्ता के लिए नहीं है, बल्कि क्षेत्र के विकास और आदिवासियों के सम्मान की बहाली के लिए है.
हम इस यात्रा में आपके सहभागी रहेंगे https://t.co/I7l2OYzR5d
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 25, 2024
चंपाई ने झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी नीतियों ने घुसपैठ को बढ़ावा दिया है. अब भाजपा सरकार इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगी. चंपाई सोरेन की यह घोषणा आदिवासी क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक हलचल का कारण बन सकती है और आने वाले दिनों में इसका असर व्यापक रूप से दिखने की संभावना है.
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