गिरिडीहः हत्या जैसी बड़ी घटना के पीछे अक्सर जर, जोरू और जमीन को ही प्रमुख कारण माना जाता है. गिरिडीह में तो एक व्यक्ति ने जमीन के टुकड़े की खातिर अपनी पत्नी को ही बेरहमी से मार डाला. इस हत्याकांड को ऐसे अंजाम दिया गया कि किसी को भनक भी नहीं लगी.
हालांकि गिरिडीह एसपी डॉ. बिमल कुमार की टीम ने कड़ी मेहनत की और लगभग 192 घंटे तक हत्यारे का पीछा करती रही. इसका परिणाम है कि कातिल पकड़ा गया. दरअसल 28 अगस्त को हिरोडीह थाना अंतर्गत बैरिया पंचायत के मुरली पहाड़ी के पास एक शव मिला था. इसकी सूचना एसपी को मिली. सूचना पर हिरोडीह थाना प्रभारी को घटनास्थल पर भेजा गया. थानेदार पहुंचे देखा कि शव पड़ा है. मृतका की पहचान 23 वर्षीय रिंकु कुमारी (पति अनिल यादव) ग्राम टंगपजवा थाना हिरोडीह के रूप में की गई.
विशेष टीम ने शुरू की जांच तो मिल गया कातिल
चूंकि मामला महिला की हत्या से सम्बन्धित था ऐसे में जमुआ अंचल पुलिस निरीक्षक ममता कुमारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. टीम में हिरोडीह थाना प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार अग्रवाल, अवर निरीक्षक तेजबली राम, सहायक अवर निरीक्षक धंजीव कुमार सिंह, आरक्षी रोहन कुमार और राजेश कुमार चौधरी को शामिल करते हुए जांच आरम्भ की गई. जांच में यह साफ हुआ कि मृतका अपने मायके बैरिया दिवान टोला में रह रही थी. जबकि उसका पति अनिल यादव हैदराबाद में काम कर रहा था. 27 अगस्त को अनिल यादव हवाई जहाज से रांची उतरा. फिर रात में अपने ससुराल बैरिया पहुंचा. यहां पत्नी को हैदराबाद ले जाने के बहाने घर से लेकर निकला, फिर बैरिया पंचायत अंतर्गत मुरली पहाड़ी के पास गला रेत कर हत्या कर अर्धनग्न अवस्था में फेंक दिया. घटना को अंजाम देने के बाद अनिल हवाई जहाज के माध्यम हैदराबाद चला गया.
लगातार आठ दिनों तक हैदराबाद में डटी रही गिरिडीह पुलिस
अनिल के हैदराबाद फरार होने के बाद एसपी के निर्देश पर गठित टीम भी हैदराबाद जा पहुंची. यहां पहुंचने के बाद टीम को पता चला कि अनिल ऑटो चलाता हैं. यहां टीम अनिल को खोजने लगी लेकिन अनिल अपना लोकेशन बदलता रहा. हर दिन अनिल पुलिस को चकमा दे रहा था. परन्तु हैदराबाद पहुंची गिरिडीह पुलिस ने अंततः अनिल को दबोच ही लिया. हैदराबाद के न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद उसे गिरिडीह लाते हुए केंद्रीय कारा भेजा गया.
जमीन बेचने से रिंकू ने किया था इनकार
पुलिस गिरफ्त में आए अनिल ने घटना की पूरी कहानी पुलिस को बतायी है. बताया कि उसके ससुर ने पहली दफा उसके नाम पर साढ़े दस डिसमिल जमीन रजिस्ट्री की थी. इस जमीन को उसने साढ़े सात लाख में बेच दिया. इसके बाद फिर से उसने ससुर पर जमीन रजिस्ट्री करने का दबाव बनाने लगा. ससुर तैयार नहीं हुए, ऐसे में वह अपनी पत्नी को ही प्रताड़ित करने लगा. बेटी को प्रताड़ित होता देखकर उसके ससुर ने फिर से जमीन रजिस्ट्री कर देने का मन बनाया लेकिन इस दफा उसके ससुर ने चालाकी की. ससुर ने रिंकू को शामिल करते हुए जमीन की जॉइंट रजिस्ट्री की. दोनों को एक ही डीड में 18-18 डिसमिल जमीन लिख दिया. अब जमीन बेचने के लिए रिंकू का हस्ताक्षर जरुरी था. जब भी वह जमीन बेचना चाहता तो रिंकू तैयार नहीं होती. इससे वह गुस्से में था.
रिंकू से की प्रेम भरी बातें, पल्लू से बांध दिया हाथ
इस घटना की रात लगभग 9 बजे अनिल उस वक्त अपने ससुराल पहुंचा जब घर के सभी सदस्य सो चुके थे. चूंकि अनिल हैदराबाद से ही रिंकू को फोन कर चुका था कि वह आ रहा हैं ऐसे में रिंकू खुश थी. बहुत दिनों बाद पति से मुलाकात होगी यह सोच कर वह चहक रही थी, इसी खुशी में रिंकू जगी भी हुई थी. अनिल आया दोनों एक कमरे में बैठे. फिर अनिल ने रिंकू को कहा कि कमरे में बात करेंगे तो घरवाले जग जायेंगे, चलो घर के बाहर चलते हैं. रिंकू भी तैयार हो गई. कमरे से बिछावन लेकर रिंकू निकली. यहीं अनिल ने चुपके से घर में रखे हसुआ (घास काटने का औजार) को अपने पास छिपाकर रख लिया. फिर रिंकू के साथ मुरली पहाड़ी पहुंचा. यहां रिंकू ने बिछावन बिछाया. दोनों उसी पर बैठ गए फिर अनिल प्रेम भरी बातें करने लगा. बातों बातों में रिंकू का हाथ उसी की साड़ी से बांध दिया, रिंकू को लगा कि अनिल उससे प्यार कर रहा है. वह तो पति के प्रेम में दीवानी हो चुकी थी लेकिन अनिल के अंदर शैतान दौड़ रहा था. अनिल ने प्रेम भरी बातों में अपनी पत्नी को फंसाया और मौका मिलते ही बड़ी ही बेरहमी से रिंकू का गला रेत दिया. छटपटाते-छटपटाते हुए चंद मिनट में रिंकू ने दम तोड़ दिया. रिंकू मर चुकी थी और बेरहमी से कत्ल करने वाला उसका जीवन साथी अनिल घटनास्थल से वापस रांची आ चुका था. रांची में उसने फिर से हवाई जहाज पकड़ी और हैदराबाद आ गया.
ब्लाइंड केस पर सूचना तंत्र ने दिलायी सफलता
वैसे रिंकू की लाश मिलने के बाद पहली दफा पुलिस को समझ में नहीं आ रहा था हत्यारा कौन है. चूंकि अनिल हैदराबाद आया था इसकी जानकारी किसी के पास नहीं थी. यहां जब एसपी की टीम ने मृतका के मायके वालों से पूछताछ की तो जमीन का मामला भी सामने आया. ऐसे में पुलिस की टीम में अनिल पर अनुसन्धान आरम्भ किया तो निशान सही स्थान पर लग गया. टेक्निकल टीम ने खोज निकाला कि अनिल तो घटना की रात यहीं था. अब टीम अनिल को खोजने निकली और अततः अनिल दबोच लिया गया. पुलिस ने बताया कि अनिल ने सभी जुर्म भी कबूल कर लिया है.
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