कोटा: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड 2025 का आयोजन आईआईटी कानपुर कर रही है. इस प्रवेश परीक्षा को लेकर इस बार पहले तीन अटेम्प्ट कैंडिडेट को देखकर शिथिलता दी गई थी, लेकिन वापस इसमें परिवर्तन कर दिया और इसका विरोध छात्र कर रहे हैं. स्टूडेंट के साथ-साथ फैकल्टी और पैरेंट्स भी इसका विरोध जाता रहे हैं.
कोटा की हॉस्टल एसोसिएशन भी इसके समर्थन में उतर गई है. इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है. साथ ही वापस तीन अटेम्प्ट करने की मांग दोहराई गई. एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल का कहना है कि जिस तरह से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में असीमित अटेम्प्ट है, उसका फायदा कैंडिडेट्स को मिलता है. कई ऐसे कैंडिडेट है, जिनका दो अटेम्प्ट में चयन नहीं होता है. नीट यूजी में तीसरे या चौथे अटेम्प्ट में सफलता पा लेते हैं. इस तरह आईआईटी एंट्रेस में जेईई एडवांस्ड में भी सफलता कैंडिडेट पा सकते हैं.
एसोसिएशन के सचिव पंकज मित्तल का कहना है कि जेईई मेन की परीक्षा को सफल करने के बाद जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में छात्र बैठता है. इस कठिन परीक्षा में भी चंद नंबरों से रहने के बाद ही कैंडिडेट आईआईटी में प्रवेश नहीं ले पाता है. इस परीक्षा के लिए फिलहाल दो ही अटेम्प्ट कैंडिडेट को मिल रहे हैं. अगर एक अटेम्प्ट और दिया जाएगा तो इन छात्रों को भी प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग के आईआईटी संस्थानों में पढ़ने का मौका मिल जाएगा. आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर #Restore3rdAttempt नाम से अभियान छात्रों ने छेड़ा हुआ है.