Holika Dahan Muhurat 2024: रंगों का त्योहार होली आ गया है. देशभर में आज होलिका दहन के साथ ही होली की शुरुआत हो जाएगी. इस बार होलिका दहन रात 11.14 बजे से 12.14 बजे तक बेहद शुभ रहेगा. वहीं, गर्भवती स्त्रियों और नव वधू को होलिका दहन देखना बेहद अशुभ रहेगा.
काशी के पंडित दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री की मानें तो आज भद्रा दिन में 9 बजकर 56 मिनट से रात्रि 11 बजकर 14 मिनट तक रहेगी. भद्रा के पश्चात् शुभ मुहूर्त (सर्वार्थसिद्धि योग) में होलिकादहन करना शुभ फलदायी रहेगा. रात 11.14 बजे से रात 12.14 बजे तक का मुहूर्त होलिका दहन के लिए बेहद शुभ है. 25 मार्च यानी सोमवार को होली (धुरड्डी) का पर्व मनाया जाएगा.
गर्भवती, नववधू और ये बच्चे न देखें होलिका दहन
- मान्यता है कि गर्भवती स्त्री अगर होलिका दहन देखती है तो इसका अशुभ प्रभाव उस पर और होने वाले बच्चे पर पड़ता है, इसलिए उन्हें होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. इसी तरह नई नवेली वधू अगर होलिका दहन देखती है तो उसका अशुभ प्रभाव उसके दांपत्य जीवन पर पड़ता है. इस वजह से उसे भी होलिका दहन से दूरी बनानी चाहिए.
- ये भी मान्यता है कि सास बहू को भी एक साथ होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. इससे उनके बीच में प्रेम कम होता है.
- जिन लोगों की इकलौती संतान होती है, उन्हें भी होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. उनकी जगह बुजुर्गों को पूजा करनी चाहिए. नवजात बच्चों और शिशुओं को भी होलिका के समीप नहीं लेना चाहिए. होलिका दहन के दौरान नकारात्मक शक्तियों का खतरा होता है, इसका प्रभाव बच्चों पर पड़ सकता है. इससे बचना चाहिए.
होलिका की भस्म अशुभ शक्तियों से बचाती
माना जाता है कि होली की बची हुई अग्नि और भस्म घर लाने से अशुभ शक्तियों से बचाव में मदद मिलती है. इस भस्म को शरीर पर भी लगाया जा सकता है. इसका शुभ फल मिलता है.
(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और दावों पर आधारित है. ईटीवी भारत किसी भी मान्यता की पुष्टि नहीं करता है)