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जानिए होलिका दहन का मुहूर्त, कब बहनें लगा सकेंगी भाइयों को तिलक

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 19, 2024, 5:16 PM IST

Updated : Mar 20, 2024, 6:29 AM IST

Holi 2024, फाल्गुनी मस्ती और रंगों का पर्व होली 25 मार्च को है. इससे पहले होलिका दहन 24 मार्च को होगा. इस बार भी होलिका दहन के मुहूर्त को लेकर लोगों में जिज्ञासा है. अलग-अलग पंचांग में गणना भेद के मुताबिक समय में थोड़ा परिवर्तन है, लेकिन भद्रा काल के बाद ही होलिका दहन पर्व मनाया जाता है.

Holika Dahan Auspicious Time
Holika Dahan Auspicious Time

बीकानेर. फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को होली का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा और होलिका दहन 24 मार्च को होगा. इस दिन सुबह 9 बजकर 56 मिनट से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी. वहीं, प्रातः 9 बजकर 56 मिनट से रात्रि 11 बजकर 14 मिनट तक भद्रा का योग रहेगा. इस वजह से भाइयों के मंगल तिलक के लिए दोपहर 1 बजे के बाद का मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा.

एक महीने तक बंद मांगलिक कार्य : पञ्चांगकर्ता पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि सूर्य के मीन राशि में होने के कारण 14 अप्रैल 2024 तक सभी मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, प्रतिष्ठान का उद्घाटन, देव प्रतिष्ठा, विवाह यज्ञोपवित के मुहूर्त निषेध रहेंगे. हालांकि, इस दौरान नवजात के जन्म नक्षत्र शांति आदि कर्म किए जा सकते हैं. 25 मार्च 2024 को धुलंडी पर्व मनाया जाएगा.

पढ़ें. होली पर जयपुर में बनी गो काष्ठ की 10 राज्यों में डिमांड, दो सौ टन गोबर से बनी लकड़ी को भेजी गई गुजरात

भद्रा अवधि में संशय : पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि 24 मार्च को होलिका दहन रात्रि 11.14 मिनट के बाद श्रेष्ठ रहेगा. पञ्चांग भेद से पंचांगों में भद्रा रात्रि 10:36 तक रहेगी. इस कारण भद्रा समाप्ति के बाद ही होलिका दहन का मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा.

गणगौर पूजन शुरू : 25 मार्च 2024 से गणगौर का पूजन प्रारंभ होगा. किराडू ने बताया कि गणगौर पर्व को लेकर इस दिन से कुंवारी कन्या और नवविवाहित महिलाएं गणगौर पूजन करना शुरू करतीं हैं और 16 दिन तक गणगौर का पूजन करती हैं.

बीकानेर. फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को होली का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा और होलिका दहन 24 मार्च को होगा. इस दिन सुबह 9 बजकर 56 मिनट से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी. वहीं, प्रातः 9 बजकर 56 मिनट से रात्रि 11 बजकर 14 मिनट तक भद्रा का योग रहेगा. इस वजह से भाइयों के मंगल तिलक के लिए दोपहर 1 बजे के बाद का मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा.

एक महीने तक बंद मांगलिक कार्य : पञ्चांगकर्ता पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि सूर्य के मीन राशि में होने के कारण 14 अप्रैल 2024 तक सभी मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, प्रतिष्ठान का उद्घाटन, देव प्रतिष्ठा, विवाह यज्ञोपवित के मुहूर्त निषेध रहेंगे. हालांकि, इस दौरान नवजात के जन्म नक्षत्र शांति आदि कर्म किए जा सकते हैं. 25 मार्च 2024 को धुलंडी पर्व मनाया जाएगा.

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भद्रा अवधि में संशय : पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि 24 मार्च को होलिका दहन रात्रि 11.14 मिनट के बाद श्रेष्ठ रहेगा. पञ्चांग भेद से पंचांगों में भद्रा रात्रि 10:36 तक रहेगी. इस कारण भद्रा समाप्ति के बाद ही होलिका दहन का मुहूर्त श्रेष्ठ रहेगा.

गणगौर पूजन शुरू : 25 मार्च 2024 से गणगौर का पूजन प्रारंभ होगा. किराडू ने बताया कि गणगौर पर्व को लेकर इस दिन से कुंवारी कन्या और नवविवाहित महिलाएं गणगौर पूजन करना शुरू करतीं हैं और 16 दिन तक गणगौर का पूजन करती हैं.

Last Updated : Mar 20, 2024, 6:29 AM IST
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