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होलिका दहन पर भूलकर भी न करें ये काम, हो सकती है धन्य धान्य की हानि - HOLI 2024

Holika Dahan 2024 हिंदुओं में होलिका दहन और रंगोत्सव का विशेष महत्व होता है. होलिका दहन के दिन कई ऐसे काम हैं, जिनको करने की मनाही होती है. ऐसा करने से धन-धान्य की हानि हो सकती है और घर में रोग और दोष आ सकते हैं. आइए जानते हैं कि इस संबंध में ज्योतिष और वास्तुविद पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी क्या कहते हैं. Holi 2024

Holi 2024
होलिका दहन 2024
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 20, 2024, 7:05 PM IST

Updated : Mar 24, 2024, 11:03 AM IST

होलिका दहन के दिन इन बातों का रखें ध्यान

रायपुर: इस साल 2024 में होलिका दहन 24 मार्च को है और 25 मार्च को रंगोत्सव है. होलिका दहन होली के 1 दिन पहले की जाती है. मान्यता है कि होलिका दहन के साथ बुराइयों का भी दहन होता है. यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. होलिका दहन के दिन किन बातों का ध्यान रखनी की जरूरत है, इस बारे में ईटीवी भारत ने ज्योतिष और वास्तुविद पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी से खास बातचीत की है.

क्या है होलाष्टक ? : हिंदू धर्म के अनुसार, होली के 8 दिन पहले ही होलाष्टक का समय आरंभ हो जाता है, जिसमें शुभ कार्य करने की मनाही होती है. इस दौरान पूजा पाठ करने पर जोर दिया जाता है. इन आठ दिनों के समापन के साथ ही होलिका दहन होली के 1 दिन पहले की जाती है.

पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी के अनुसार, होलिका दहन के दिन भूलकर भी यह काम नहीं करने चाहिए

मांस मदिरा का सेवन न करें: होलिका दहन के दिन मुख्य रूप से मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन होलिका की पूजा की जाती है और घर में सुख समृद्धि की कामना की जाती है. इसलिए इस दिन भूलकर भी मांस और मदिरा का सेवन नहीं करें. इस दिन तामसिक भोजन पूर्ण रूप से वर्जित माना गया है. अन्यथा धन हानि होना और घर में रोग आना निश्चित बताया गया है.

न दें पैसा उधार: होलिका दहन के दिन पैसा उधार नहीं देना चाहिए. यदि आप धन वृद्धि की कामना करते हैं तो होलिका दहन के दिन कितनी भी बड़ी परेशानी क्यों ना हो, किसी को भी पैसे उधार देने और लेने से बचना चाहिए. ज्योतिष के नजरिए से देखें तो मान्यता है कि होलिका दहन के दिन पैसे का लेनदेन करने से धन की हानि हो सकती है.

इस दिन बुजुर्गों का अपमान न करें: होलिका दहन के दिन बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए. घर के बड़े हमेशा अच्छे काम करने की सलाह देते हैं, इसलिए उन्हें हमेशा सम्मान देना चाहिए. खासतौर पर होलिका दहन के दिन बुजुर्गों का अपमान करने से बचें. ऐसा करने से भगवान भी अप्रसन्न होकर घर में रोग और दोष लाते हैं. होलिका दहन के दिन बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए, यह अत्यंत शुभ और फलदाई होता है.

दूसरे के घर भोजन न करें: होलिका दहन के दिन किसी दूसरे के घर में भोजन करने से बचना चाहिए. इस दिन दूसरों के घर में भोजन करने से घर में रोग दोष आते हैं. इस दिन अपने घर में शुद्ध भोजन बनाकर पूरा परिवार सहित ग्रहण करें और ईश्वर को भी भोग अर्पित करें.

बाल खुला न छोड़ें: ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन के दिन कई नकारात्मक शक्तियां इर्द-गिर्द घूमती है. इसलिए होलिका दहन के दिन महिलाओं को अपने बाल खुले नहीं छोड़ने चाहिए. होलिका दहन के दिन पूजन के समय कभी भी बाल को खुला छोड़ते हैं, तो नकारात्मक शक्तियों का घर में वास हो सकता है.

गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानी: गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन के दिन होलिका की परिक्रमा नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. आमतौर पर गर्भवती स्त्री का अग्नि की परिक्रमा लेना वर्जित माना गया है.

लड़ाई झगड़ा करने से बचें: इस त्यौहार में लड़ाई झगड़े से बचना चाहिए. होलिका दहन के दिन पति-पत्नी को भी आपसी विवाद और कलह से बचना चाहिए. मान्यता है कि यदि इस दिन लड़ाई झगड़ा करने से पूरे साल घर में लड़ाई झगड़े और अशांति बनी रहती है. होली का त्योहार सभी लड़ाइयों को छोड़कर एक दूसरे को गले लगाने और खुशियां मनाने का त्यौहार होता है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

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होलिका दहन के दिन इन बातों का रखें ध्यान

रायपुर: इस साल 2024 में होलिका दहन 24 मार्च को है और 25 मार्च को रंगोत्सव है. होलिका दहन होली के 1 दिन पहले की जाती है. मान्यता है कि होलिका दहन के साथ बुराइयों का भी दहन होता है. यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. होलिका दहन के दिन किन बातों का ध्यान रखनी की जरूरत है, इस बारे में ईटीवी भारत ने ज्योतिष और वास्तुविद पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी से खास बातचीत की है.

क्या है होलाष्टक ? : हिंदू धर्म के अनुसार, होली के 8 दिन पहले ही होलाष्टक का समय आरंभ हो जाता है, जिसमें शुभ कार्य करने की मनाही होती है. इस दौरान पूजा पाठ करने पर जोर दिया जाता है. इन आठ दिनों के समापन के साथ ही होलिका दहन होली के 1 दिन पहले की जाती है.

पंडित प्रियाशरण त्रिपाठी के अनुसार, होलिका दहन के दिन भूलकर भी यह काम नहीं करने चाहिए

मांस मदिरा का सेवन न करें: होलिका दहन के दिन मुख्य रूप से मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन होलिका की पूजा की जाती है और घर में सुख समृद्धि की कामना की जाती है. इसलिए इस दिन भूलकर भी मांस और मदिरा का सेवन नहीं करें. इस दिन तामसिक भोजन पूर्ण रूप से वर्जित माना गया है. अन्यथा धन हानि होना और घर में रोग आना निश्चित बताया गया है.

न दें पैसा उधार: होलिका दहन के दिन पैसा उधार नहीं देना चाहिए. यदि आप धन वृद्धि की कामना करते हैं तो होलिका दहन के दिन कितनी भी बड़ी परेशानी क्यों ना हो, किसी को भी पैसे उधार देने और लेने से बचना चाहिए. ज्योतिष के नजरिए से देखें तो मान्यता है कि होलिका दहन के दिन पैसे का लेनदेन करने से धन की हानि हो सकती है.

इस दिन बुजुर्गों का अपमान न करें: होलिका दहन के दिन बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए. घर के बड़े हमेशा अच्छे काम करने की सलाह देते हैं, इसलिए उन्हें हमेशा सम्मान देना चाहिए. खासतौर पर होलिका दहन के दिन बुजुर्गों का अपमान करने से बचें. ऐसा करने से भगवान भी अप्रसन्न होकर घर में रोग और दोष लाते हैं. होलिका दहन के दिन बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए, यह अत्यंत शुभ और फलदाई होता है.

दूसरे के घर भोजन न करें: होलिका दहन के दिन किसी दूसरे के घर में भोजन करने से बचना चाहिए. इस दिन दूसरों के घर में भोजन करने से घर में रोग दोष आते हैं. इस दिन अपने घर में शुद्ध भोजन बनाकर पूरा परिवार सहित ग्रहण करें और ईश्वर को भी भोग अर्पित करें.

बाल खुला न छोड़ें: ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन के दिन कई नकारात्मक शक्तियां इर्द-गिर्द घूमती है. इसलिए होलिका दहन के दिन महिलाओं को अपने बाल खुले नहीं छोड़ने चाहिए. होलिका दहन के दिन पूजन के समय कभी भी बाल को खुला छोड़ते हैं, तो नकारात्मक शक्तियों का घर में वास हो सकता है.

गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानी: गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन के दिन होलिका की परिक्रमा नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. आमतौर पर गर्भवती स्त्री का अग्नि की परिक्रमा लेना वर्जित माना गया है.

लड़ाई झगड़ा करने से बचें: इस त्यौहार में लड़ाई झगड़े से बचना चाहिए. होलिका दहन के दिन पति-पत्नी को भी आपसी विवाद और कलह से बचना चाहिए. मान्यता है कि यदि इस दिन लड़ाई झगड़ा करने से पूरे साल घर में लड़ाई झगड़े और अशांति बनी रहती है. होली का त्योहार सभी लड़ाइयों को छोड़कर एक दूसरे को गले लगाने और खुशियां मनाने का त्यौहार होता है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

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Last Updated : Mar 24, 2024, 11:03 AM IST
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