लखनऊ: बिहार में हुए राजनीतिक घटनाक्रम और नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाकर मुख्यमंत्री बनने के बाद लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर एक होर्डिंग लगाई गई है. होर्डिंग में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कुछ समय पहले सपा गठबंधन छोड़कर भाजपा के साथ आने वाले ओमप्रकाश राजभर को पलटूराम बताया गया है. समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह ने सपा मुख्यालय के बाहर होर्डिंग लगाई है. होर्डिंग में उन्होंने लिखा है कि राजनीति के दो बड़े पलटूराम नीतीश और ओमप्रकाश राजभर हैं. होर्डिंग में आशुतोष सिंह ने ओमप्रकाश राजभर और नीतीश कुमार की फोटो लगाकर लिखा है कि राजनीति के दो सबसे बड़े पलटूराम, जनता रहे इनसे सावधान.
समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर तरह-तरह की होर्डिंग लगाते रहे हैं. कुछ समय पहले उन्होंने अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी होर्डिंग लगाई थी. उस पर उन्होंने लिखा था आ रहे हैं प्रभु श्री राम. इसके अलावा ओमप्रकाश राजभर को लेकर भी पहले कई तरह की होर्डिंग लगाकर निशाना साधा था. ओमप्रकाश राजभर दगे कारतूस... जैसी होर्डिंग लगाई गई थीं.
समाजवादी पार्टी मुख्यालय के बाहर लगाई गई होर्डिंग के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि 2017 में सपा कांग्रेस से गठबंधन करके पलट गई. 2018 में निषाद पार्टी पीस पार्टी से गठबंधन करके पलट गई. राजभर ने कहा कि 2019 में सपा बसपा से गठबंधन करके पलट गई. 2022 में सपा सुभासपा से गठबंधन करके पलट गई. सपा सुप्रीमो सबसे बड़े पलटूराम हैं. उन्होंने कहा कि 8 दलों से गठबंधन करके पलटने वाले अपने गिरेबान में झांके. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके नेता ओमप्रकाश राजभर से डरे हुए हैं. कहा कि नीतीश कुमार के एनडीए के साथ आने पर इंडिया गठबंधन खत्म हो गया है. उत्तर प्रदेश में सपा को सिर्फ जीरो मिलेगा. जनता मोदी और योगी के साथ है.
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