श्रीनगर: गढ़वाल विवि में बीए पांचवे सेमेस्टर के छात्रों की हिंदी विषय की परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है. प्रश्न पत्र आउट ऑफ सिलेबस होने के कारण विवि से संबंधित सभी केंद्रों में होने वाली हिंदी की परीक्षा को निरस्त किया गया. इधर हिंदी परीक्षा में प्रश्न पत्र सिलेबस से हटकर बनाने पर छात्रों ने आक्रोश व्यक्त किया और इसे विवि की लापरवाही बताया. वहीं अब पेपर छह जनवरी को होगा.
नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को स्थानीय बोली भाषाओं से रूबरू कराने के लिए लोकभाषा व लोक साहित्य को पाठ्यक्रम में जोड़ा तो गया है. छात्रों का आरोप है कि जब परीक्षा देने बैठ रहे हैं तो उन्हें पाठ्यक्रम से हटकर प्रश्न दिए जा रहे हैं. एनईपी के तहत लागू नए पाठ्यक्रम के बजाए छात्रों को पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार किया जा रहा है. मंगलवार को विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर में हिंदी की परीक्षा दे रहे छात्रों ने परीक्षा देने से इंकार कर दिया और गलत प्रश्न पत्र को लेकर आक्रोश व्यक्त किया.
छात्रों का कहना था कि उनके पाठ्यक्रम के अनुसार लोक साहित्य से संबंधित प्रश्न आने थे, जबकि उन्हें हिंदी साहित्य के इतिहास से संबंधित प्रश्न दिये गये. कहा कि हिंदी लैंग्वेज के पाठ्यक्रम में जो उन्हें पढाया गया उसके विपरीत प्रश्न पत्र तैयार किया गया है. बीए पांचवे सेमेस्टर की छात्रा प्रिया कुमारी ने बताया कि मंगलवार को उनका हिंदी भाषा का पेपर था, जब वह परीक्षा देने के लिए परीक्षा कक्ष में बैठे तो उन्हें जो प्रश्न पत्र दिया गया, वह आउट ऑफ सिलेबस था. ऐसे में सभी छात्रों ने परीक्षा ना देने का निर्णय लिया व परीक्षा कक्ष से बाहर आ गये.
पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर प्रश्न पत्र बना था, जिसे देखते हुए सभी केंद्रों में बीए पांचवे सेमेस्टर के छात्रों की हिंदी परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है. 6 जनवरी से पूर्व छात्रों की हिंदी विषय की परीक्षा पुन: आयोजित की जाएगी. प्रो. जेएस चौहान, परीक्षा नियंत्रक, गढ़वाल विवि.
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