शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में टनल गिरने से अफरा-तफरी मच गई. आज (मंगलवार) सुबह शिमला में निर्माणाधीन टिटरी टनल भरभराकर गिर गई. परवाणू-शिमला निर्माणाधीन फोरलेन पर संजौली के चलौंठी में टिटरी टनल का काम चल रहा था. सोमवार शाम को यहां कुछ पत्थर और मिट्टी गिरनी शुरू हुई थी, इसके बाद टनल में काम में लगे कर्मचारी और मशीनरी पहले ही बाहर निकाल लिया गया था. वहीं, आज पहाड़ी दरकने से टनल का पोर्टल भरभराकर गिर गया.
शिमला में आज सुबह निर्माणाधीन सुरंग ढही परवाणू से शिमला तक निर्माणाधीन फोरलेन पर संजौली के चलौंठी में टिटेरी टनल का गिर गई. यह टनल संजौली बायपास से ढली को जानी थी. बीते दो महीने पहले इस टनल का काम शुरू हुआ था. लेकिन शिमला में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे थे. बीते दिन हुई भारी बारिश के बाद टनल से पत्थर गिरने शुरू हो गए थे.
वहीं, आज सुबह इस टनल का पोर्टल भरभराकर गिर गया. ऐसे में वहां खड़े मजदूरों और कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई. गनीमत रही कि टनल में काम कर रहे मजदूरों ने बीते दिन देखा कि सुरंग में काम करना अब सुरक्षित नहीं है. उसके बाद मजदूरों ने ठेकदार को इसकी सूचना दी और टनल के अंदर काम में लगी मशीनरी को बाहर निकाल लिया. जिसकी वजह से कोई बड़ा हादसा होने से टल गया. जिसकी वजह से टनल गिरने से कोई को कोई नुकसान नहीं हुआ है. वहीं, टनल के छोर पर आए मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है.
बता दें कि हाल ही में एनएचएआई ने पहाड़ी की स्टेबलाइजेशन का काम किया था, जिसके बाद 400 मीटर लंबी टनल की खुदाई का काम शुरू होना था. खुदाई से पहले ही टनल के ऊपर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा गिर गया. इससे टनल का छोर बंद हो गया है. भूस्खलन से ढली जंक्शन के पास एनएच को भी खतरा उत्पन्न हो गया है.
एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अचल जिंदल ने कहा, "जहां टनल का पोर्टल बनाया जा रहा था, वहां मलबा डाला गया था. पोर्टल के लिए रास्ता बनाने का काम चल रहा था. भारी बारिश के कारण टनल पोर्टल पर भूस्खलन हो गया".
गौरतलब हैं कि शिमला में इन दिनों टनल बनने का काम चला हुआ है. मल्याणा से चलोंठी की ओर फोरलेन की टनल बनाने का काम चल रहा है. हेलीपैड के पास बन रही यह टनल बरसात के कारण गिर जाने से लोगों में डर बैठ गया है.
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