शिमला: जिला में नशे पर लगाम लगाने के लिए पुलिस सख्त है और आए दिन नशा तस्करों को पकड़ रही है. लेकिन जैसे-जैसे पुलिस हाईटेक होती जा रही है नशा तस्कर भी तस्करी को लेकर नए-नए तरीके अपना रहे हैं. अब चित्ता विदेश से वाट्सअप के जरिए शिमला में भेजा जा रहा है. पुलिस ने इस मामले में खुलासा किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में कुरिअर से चिट्टे भेजने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि 03 अप्रैल को पंजाब से शिमला शहर के होटल के पते पर भेजे कुरिअर में पार्सल में एक जुराब के भीतर करीब 15 ग्राम चिट्टा अलग-अलग पैकेटों में पैक था. दोनों आरोपियों ने चिट्टे को आपस में बांटा दिया था.
अब दोनों आरोपियों से पूछताछ और इनके मोबाइल फोन की जांच के बाद पुलिस को मामले में विदेश के कॉलिंग कोड का एक व्हाट्सएप नंबर और स्कैनर हाथ लगा है. इसकी जांच के लिए पुलिस साइबर सेल की मदद ले रही है.
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि चिट्टा तस्करी मामले में पुलिस जांच में अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर एवं पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर दिल्ली निवासी संदीप शाह का नाम सामने आया है. इसे पूरे नेटवर्क का मास्टर माइंड बताया जा रहा है.
वाट्सअप कुरिअर मामले का मास्टर माइंड संदीप शाह वाट्सअप नंबर के जरिये राजधानी में चिट्टा बेचता था. चिट्टे की सप्लाई किस जगह और किसे देनी है यह सिर्फ उसको पता है. नौ अप्रैल को 7.98 ग्राम चिट्टे के आरोपी वीर सिंह और संतोष तो सिर्फ चिट्टे की खेप को उसकी बताई जगह पर रखने का काम करते थे और उपरोक्त जगह पर रखे चिट्टे की फोटो खींचकर उसे भेजते थे. अब पुलिस मानकर चल रही है कि मास्टर माइंड वाट्सअप के जरिये इस गोरखधंधे को आपरेट कर रहा है.
फिलहाल, मामले के दूसरे आरोपी संतोष को मंगलवार को अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कैबू जेल भेजा है. सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर श्याम सिंह तोमर की अगुवाई में जांच टीम मामले इस पूरे नेटवर्क की परतें उधेड़ने में जुटी है. पुलिस का दावा है कि जल्द की पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा.
09 अप्रैल को पुलिस ने 7.98 ग्राम चिट्टे के साथ उत्तरप्रदेश के बांदा निवासी वीर सिंह (23) को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 8 ग्राम चिट्टे को उसने अपने पास रखा जबकि 7 ग्राम दूसरे साथी आरोपी संतोष कुमार को बेचा था. इसके बाद 12 अप्रैल को पुलिस ने दुर्गापुर निवासी अभियुक्त संतोष कुमार (26) उर्फ गप्पा को गिरफ्तार किया था.
जांच में दोनों से पूछताछ के आधार पर पता चला कि आरोपी उक्त (विदेशी) नंबर से संपर्क के बाद कुरिअर की डिलीवरी शिमला में लेते थे. इस बीच पुलिस ने वाट्सअप नंबर और स्कैनर की जांच की तो इसमें दिल्ली के संदीप का नाम सामने आया है. अब पुलिस मानकर चल रही है कि संदीप शाह ही वाट्सअप के जरिये इस गोरखधंधे को आपरेट कर रहा है. प्रारंभिक जांच के मुताबिक संदीप शाह बीते साल ढली थाना में 33 ग्राम चिट्टे में जेल जा चुका है.