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मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में एक ही घर के लिए बना दी 2.15 करोड़ की सड़क, चौपाल के एमएलए बलवीर वर्मा के सवाल में खुलासा - Himachal Gramin Sadak Yojana

Mukhyamantri Gramin Sadak Yojana: हिमाचल विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन चौपाल के एमएलए बलवीर वर्मा के सवाल एक बड़ा खुलासा हुआ है. जिसके अनुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में एक ही घर के लिए 2.15 करोड़ की सड़क बनाई गई है.

एमएलए बलवीर वर्मा
एमएलए बलवीर वर्मा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 28, 2024, 8:58 PM IST

शिमला: चौपाल विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत एक ही सड़क के लिए तीन बार राशि सेंक्शन हुई. पूरे चुनाव क्षेत्र में इस मद में 600 सड़कें बननी हैं, लेकिन एक ही सड़क के लिए तीन बार राशि मंजूर हुई और इस सड़क बनने से एक ही घर को लाभ होगा. चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने विधानसभा के मानसून सेशन में इस बारे में सवाल किया था.

अनुपूरक सवाल में बलवीर वर्मा ने बताया कि इस सड़क के बनने से कोई दूसरा घर कवर नहीं होगा, सिर्फ एक ही घर को लाभ होगा. विधायक बलवीर वर्मा का मूल सवाल ये था कि तीन साल में चौपाल के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत कितनी सड़कें स्वीकृत हुई. तीन हिस्सों में बंटे सवाल में ये भी जानना चाहा था कि इस दौरान जो सड़कें मंजूर हुई, उनका ब्यौरा दिया जाए. इसके अलावा खर्च हुई राशि की जानकारी भी मांगी गई थी.

जवाब में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि इस योजना में 29 सड़कों के लिए 363.16 लाख रुपए खर्च हुए. तब अनुपूरक सवाल में बलवीर वर्मा ने खुलासा किया कि एक ही सड़क को 2.15 करोड़ रुपए मंजूर हुए. चौपाल के एमएलए के इस खुलासे के बाद अध्यक्ष ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि आप इस पर सवाल पूछ सकते हैं कि क्या मंजूर हुई राशि पर फिर से विचार होगा? तब बलवीर वर्मा बोले, इस पर क्या पुनर्विचार करना, अब तो सारा पैसा खत्म हो गया.

बलवीर वर्मा ने फिर कहा-मैं, यह जानना चाहता हूं कि सरकार का पैसा किसी पार्टी के पदाधिकारी के घर के लिए 2.15 करोड़ खर्च हुआ. इस पैसे से एक भी अन्य घर कवर नहीं हुआ. उस घर के लिए दोनों तरफ से सड़क का निर्माण हुआ.

जवाब में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कुछ ऐसा कहा कि जिसे बाद में विपक्ष के विरोध पर सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया. उस दौरान सदन में हल्की-फुल्की गरमा-गर्मी भी हुई, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया. फिर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने जवाब में कहा कि उनकी जानकारी में ये बात अभी आई है और ये पैसा खर्च हो गया है. फिर भी इस मामले को देखा जाएगा.

बलवीर वर्मा इससे संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने और खुलासा करते हुए कहा कि एससी यानी अनुसूचित जाति कंपोनेंट का पैसा भी एक ही घर के लिए डायवर्ट करके उसी सड़क में खर्च हुआ है. एसी कंपोनेंट का पैसा ऐसे ही खर्च नहीं कर सकते. बलवीर वर्मा ने मामले की जांच की मांग उठाई. इस पर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस बारे में लिखित में दें कि इस कार्य में सदस्य को आपत्ति है. आगे मंत्री ने कहा-व्हाट एवर कैन बी डन फ्रॉम दि डिपार्टमेंट, वी विल लुक इनटू इट.

ये भी पढ़ें: 75 साल से ऊपर की आयु वाले पेंशनर्स को एरियर का तोहफा, इसी माह मिलेगा पचास फीसदी हिस्सा

शिमला: चौपाल विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत एक ही सड़क के लिए तीन बार राशि सेंक्शन हुई. पूरे चुनाव क्षेत्र में इस मद में 600 सड़कें बननी हैं, लेकिन एक ही सड़क के लिए तीन बार राशि मंजूर हुई और इस सड़क बनने से एक ही घर को लाभ होगा. चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने विधानसभा के मानसून सेशन में इस बारे में सवाल किया था.

अनुपूरक सवाल में बलवीर वर्मा ने बताया कि इस सड़क के बनने से कोई दूसरा घर कवर नहीं होगा, सिर्फ एक ही घर को लाभ होगा. विधायक बलवीर वर्मा का मूल सवाल ये था कि तीन साल में चौपाल के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत कितनी सड़कें स्वीकृत हुई. तीन हिस्सों में बंटे सवाल में ये भी जानना चाहा था कि इस दौरान जो सड़कें मंजूर हुई, उनका ब्यौरा दिया जाए. इसके अलावा खर्च हुई राशि की जानकारी भी मांगी गई थी.

जवाब में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि इस योजना में 29 सड़कों के लिए 363.16 लाख रुपए खर्च हुए. तब अनुपूरक सवाल में बलवीर वर्मा ने खुलासा किया कि एक ही सड़क को 2.15 करोड़ रुपए मंजूर हुए. चौपाल के एमएलए के इस खुलासे के बाद अध्यक्ष ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि आप इस पर सवाल पूछ सकते हैं कि क्या मंजूर हुई राशि पर फिर से विचार होगा? तब बलवीर वर्मा बोले, इस पर क्या पुनर्विचार करना, अब तो सारा पैसा खत्म हो गया.

बलवीर वर्मा ने फिर कहा-मैं, यह जानना चाहता हूं कि सरकार का पैसा किसी पार्टी के पदाधिकारी के घर के लिए 2.15 करोड़ खर्च हुआ. इस पैसे से एक भी अन्य घर कवर नहीं हुआ. उस घर के लिए दोनों तरफ से सड़क का निर्माण हुआ.

जवाब में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कुछ ऐसा कहा कि जिसे बाद में विपक्ष के विरोध पर सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया. उस दौरान सदन में हल्की-फुल्की गरमा-गर्मी भी हुई, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया. फिर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने जवाब में कहा कि उनकी जानकारी में ये बात अभी आई है और ये पैसा खर्च हो गया है. फिर भी इस मामले को देखा जाएगा.

बलवीर वर्मा इससे संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने और खुलासा करते हुए कहा कि एससी यानी अनुसूचित जाति कंपोनेंट का पैसा भी एक ही घर के लिए डायवर्ट करके उसी सड़क में खर्च हुआ है. एसी कंपोनेंट का पैसा ऐसे ही खर्च नहीं कर सकते. बलवीर वर्मा ने मामले की जांच की मांग उठाई. इस पर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस बारे में लिखित में दें कि इस कार्य में सदस्य को आपत्ति है. आगे मंत्री ने कहा-व्हाट एवर कैन बी डन फ्रॉम दि डिपार्टमेंट, वी विल लुक इनटू इट.

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