नई दिल्ली: क्या आपको हर दिन बैंकों में काम होता है? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए है. और अगर आप कभी-कभार जाते हैं, तो यह खबर और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. आज के समय में बैंकों का इस्तेमाल सिर्फ पैसे निकालने और जमा करने के लिए ही नहीं होता, बल्कि कई दूसरे काम भी करने पड़ते हैं. हर बैंक के खुलने और बंद होने का समय अलग-अलग हो सकता है और इस एक वजह से कई बार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार ने बैंकिंग सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक अहम कदम उठाया है. मध्य प्रदेश के सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के खुलने और बंद होने का समय अब एक ही होगा. यह बदलाव 1 जनवरी 2025 से लागू होगा. इस तारीख से सभी बैंक सुबह 10 बजे से खुलेंगे और शाम 4 बजे बंद होंगे.
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई है और समिति का मानना है कि इस कदम से बैंकिंग सेवाओं को सुचारू बनाने में मदद मिलेगी. यह बदलाव क्यों जरूरी है?
अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग समय होने की वजह से ग्राहक भ्रमित हो जाते हैं और उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कुछ बैंक सुबह 10 बजे खुलते हैं तो कुछ बैंक 10:30 या 11 बजे. इस असमानता की वजह से उन ग्राहकों को काफी परेशानी होती है जिन्हें एक बैंक से दूसरे बैंक जाना होता है.
ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधा
ग्राहक अब अलग-अलग बैंकों के शेड्यूल के हिसाब से प्लानिंग किए बिना सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक में जा सकते हैं. एक जैसा शेड्यूल होने से अव्यवस्था कम होगी. इससे भीड़ को मैनेज करना आसान होगा और ग्राहकों को लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
बैंकों के बीच बेहतर समन्वय
सभी बैंकों के एक ही समय पर काम करने से इंटर-बैंक ट्रांजेक्शन और कस्टमर रेफरल जैसी सेवाओं में बेहतर समन्वय होगा. इससे कर्मचारियों को भी फायदा होगा. क्योंकि इससे ऑफिस शिफ्ट की बेहतर प्लानिंग करने में मदद मिलेगी और इससे उनकी उत्पादकता बढ़ेगी.
मध्य प्रदेश के इस कदम को भारत के अन्य राज्यों में भी अपनाया जा सकता है. देशभर में बैंकों के अलग-अलग खुलने के समय से भ्रम और निराशा पैदा होती है, ऐसे में यह कदम अन्य क्षेत्रों को भी इसी तरह के बदलाव अपनाने के लिए प्रेरित कर सकता है.