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"CM सुक्खू की मेहरबानी से पुलिस स्टेशन देखने का मिला मौका", राजेंद्र राणा समेत बालूगंज थाने में हुए पेश ये 3 पूर्व विधायक - Himachal MLAs Horse Trading Case

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 23, 2024, 2:05 PM IST

Updated : Aug 23, 2024, 5:26 PM IST

Himachal Rajya Sabha Cross Voting Case: हिमाचल प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में आज बालूगंज थाने में पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र सिंह भुट्टो और केएल ठाकुर से पूछताछ की गई. इस दौरान राजेंद्र राणा ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर जमकर निशाना साधा और उन्हें सबसे झूठा मुख्यमंत्री करार दिया.

Himachal Rajya Sabha Cross Voting Case
पूर्व विधायक देवेंद्र भुट्टो, राजेंद्र राणा और केएल ठाकुर बालूगंज थाने में हुए पेश (ETV Bharat)
राजेंद्र राणा, पूर्व विधायक (ETV Bharat)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त, सरकार अस्थिर करने व गिराने के लिए षड्यंत्र रचने के मामले को लेकर पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो और केएल ठाकुर बालूगंज थाने पहुंचे. तीनों पूर्व विधायकों को शिमला पुलिस ने हिमाचल में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले को लेकर बालूगंज थाने में तलब किया था.

आधे घंटे तक हुई पूछताछ

पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, केएल ठाकुर और देवेंद्र भुट्टो से बालूगंज थाने में करीब आधा घंटे तक पूछताछ की गई. इससे पहले मामले को लेकर शिमला पुलिस विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य ठाकुर से भी पूछताछ कर चुकी है. विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में ही पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के सलाहकार तरुण भंडारी से भी पूछताछ कर चुकी है. वहीं, अब राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले पूर्व विधायकों से पूछताछ की गई.

इस दौरान पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा, "आज तक मुझ पर किसी भी थाने में किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं है और आज पहली बार सीएम सुक्खू की मेहरबानी से पुलिस स्टेशन देखने का मौका मिला है. 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव में हमने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया और 28 फरवरी को हमें विधानसभा से निष्काषित कर दिया. ऐसा कौन सा काम किया, जिससे सरकार गिराने की कोशिश की है. राज्यसभा में वोट डालने से क्या सरकार गिरती है. इसका जवाब सुक्खू सरकार को देना चाहिए."

राजेंद्र राणा ने कहा कि सुक्खू सरकार ने उन पर 15 करोड़ लेने के भी आरोप लगाए थे, लेकिन उनके पास से 15 रुपए भी नहीं मिले हैं. सरकार झूठे मामले दर्ज करवा कर उन्हें डराना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है. वहीं, हेलीकॉप्टर से आने-जाने और 5 स्टार होटलों में रहने के आरोपों पर राजेंद्र राणा ने कहा, "मैं साधन संपन्न व्यक्ति हूं. फाइव स्टार होटल में ठहरने के अलावा फ्लाइट से भी सफर करता हूं और हेलीकॉप्टर से भी जाते रहे हैं. इसको लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर किसी को परेशानी है तो इनकम टैक्स में शिकायत कर सकते हैं."

'सीएम सुक्खू को गोल्ड मेडल से नवाजे केंद्र सरकार'

इस मौके पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को घेरते हुए पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि केंद्र सरकार से आग्रह है कि वो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को गोल्ड मेडल से नवाजे, क्योंकी सीएम सुक्खू सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री हैं. झूठी गारंटियां देकर जनता को ठग कर सरकार में आए हैं. उन्होंंने कहा कि रोजगार देने के नाम पर बेरोजागारों को ठगा, महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपए देने का वादा किया, 10 लाख से फॉर्म भरवाए, लेकिन अब उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया है. 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया, लेकिन जो 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिल रही थी, उसे भी बंद कर दिया. वहीं, उन्होंने सीएम सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि आज तक जो भी मुख्यमंत्री चंडीगढ़ जाते थे वो हिमाचल भवन में रूकते थे, लेकिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू फाइव स्टार होटल हयात या ताज में रुकते हैं, तो इन कमरों की पेमेंट कौन करता है. इसके लेकर भी सरकार को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए.

ये भी पढ़ें: DA और एरियर की मांग पर कर्मचारियों पर भड़के मंत्री! "किसी सरकार के पास नहीं नोट छापने की आजादी"

ये भी पढ़ें: हिमाचल में DA और एरियर को लेकर सचिवालय में जनरल हाउस आज, सुक्खू सरकार के खिलाफ फिर फूटेगा कर्मचारियों का गुस्सा

राजेंद्र राणा, पूर्व विधायक (ETV Bharat)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त, सरकार अस्थिर करने व गिराने के लिए षड्यंत्र रचने के मामले को लेकर पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो और केएल ठाकुर बालूगंज थाने पहुंचे. तीनों पूर्व विधायकों को शिमला पुलिस ने हिमाचल में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले को लेकर बालूगंज थाने में तलब किया था.

आधे घंटे तक हुई पूछताछ

पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, केएल ठाकुर और देवेंद्र भुट्टो से बालूगंज थाने में करीब आधा घंटे तक पूछताछ की गई. इससे पहले मामले को लेकर शिमला पुलिस विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य ठाकुर से भी पूछताछ कर चुकी है. विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में ही पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के सलाहकार तरुण भंडारी से भी पूछताछ कर चुकी है. वहीं, अब राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले पूर्व विधायकों से पूछताछ की गई.

इस दौरान पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा, "आज तक मुझ पर किसी भी थाने में किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं है और आज पहली बार सीएम सुक्खू की मेहरबानी से पुलिस स्टेशन देखने का मौका मिला है. 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव में हमने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया और 28 फरवरी को हमें विधानसभा से निष्काषित कर दिया. ऐसा कौन सा काम किया, जिससे सरकार गिराने की कोशिश की है. राज्यसभा में वोट डालने से क्या सरकार गिरती है. इसका जवाब सुक्खू सरकार को देना चाहिए."

राजेंद्र राणा ने कहा कि सुक्खू सरकार ने उन पर 15 करोड़ लेने के भी आरोप लगाए थे, लेकिन उनके पास से 15 रुपए भी नहीं मिले हैं. सरकार झूठे मामले दर्ज करवा कर उन्हें डराना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है. वहीं, हेलीकॉप्टर से आने-जाने और 5 स्टार होटलों में रहने के आरोपों पर राजेंद्र राणा ने कहा, "मैं साधन संपन्न व्यक्ति हूं. फाइव स्टार होटल में ठहरने के अलावा फ्लाइट से भी सफर करता हूं और हेलीकॉप्टर से भी जाते रहे हैं. इसको लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर किसी को परेशानी है तो इनकम टैक्स में शिकायत कर सकते हैं."

'सीएम सुक्खू को गोल्ड मेडल से नवाजे केंद्र सरकार'

इस मौके पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को घेरते हुए पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि केंद्र सरकार से आग्रह है कि वो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को गोल्ड मेडल से नवाजे, क्योंकी सीएम सुक्खू सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री हैं. झूठी गारंटियां देकर जनता को ठग कर सरकार में आए हैं. उन्होंंने कहा कि रोजगार देने के नाम पर बेरोजागारों को ठगा, महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपए देने का वादा किया, 10 लाख से फॉर्म भरवाए, लेकिन अब उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया है. 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया, लेकिन जो 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिल रही थी, उसे भी बंद कर दिया. वहीं, उन्होंने सीएम सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि आज तक जो भी मुख्यमंत्री चंडीगढ़ जाते थे वो हिमाचल भवन में रूकते थे, लेकिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू फाइव स्टार होटल हयात या ताज में रुकते हैं, तो इन कमरों की पेमेंट कौन करता है. इसके लेकर भी सरकार को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए.

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Last Updated : Aug 23, 2024, 5:26 PM IST
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