शिमला: हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में तीसरे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी है. मौसम विभाग की ओर से ऊपरी इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था. जिसके तहत भारी बारिश और बर्फबारी के साथ तेज आंधी चलने की भी चेतावनी जारी की गई थी. बर्फ की सफेद चादर देखकर पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं और किसान, बागवानों से लेकर पर्यटन कारोबारियों के लिए भले राहत लाई हो लेकिन बर्फबारी कई जगह आफत भी बनती है.
4 नेशनल हाइवे और 228 सड़कें बाधित
पिछले करीब 3 दिन से हो रही बर्फबारी के कारण प्रदेशभर में 4 नेशनल हाइवे और 228 सड़कें बाधित हो गई है. हिमाचल प्रदेश स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की मानें तो मंगलवार सुबह 10 बजे तक प्रदेशभर में बर्फबारी के कारण कुल 232 सड़कें बंद पड़ी हैं. इनमें लाहौल स्पीति जिले में NH-505, NH-003 और कुल्लू में NH-03 शामिल है जो रोहतांग पास और जलोड़ी जोत पर बंद है.
इन जिलों में सबसे ज्यादा सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश का लाहौल स्पीति जिला बर्फबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. ताजा बर्फबारी के कारण जिले में 167 सड़कें और दो नेशनल हाइवे बंद हैं. यहां लाहौल सब डिविजन में 86, उदयपुर सब डिविजन में 48 और स्पीति सब डिविजन में 31 सड़कें बंद हैं. इसके बाद चंबा जिले में सबसे ज्यादा 52 सड़कें बंद हैं. इनमें से अकेले पांगी सब डिविजन में 42 सड़कें बाधित हुई हैं. इसके अलावा किन्नौर जिले में 4 सड़कें और एक नेशनल हाइवे बंद है. वहीं कुल्लू में दो नेशनल हाइवे समेत 4 सड़कें बर्फबारी के कारण बाधित हैं. मंडी जिले में 4 और शिमला जिले में एक सड़क बंद है.
कई जगह बत्ती गुल
बर्फबारी का असर सड़कों के अलावा सबसे ज्यादा बिजली की सप्लाई पर पड़ता है. बीते 3 दिन से हो रही बर्फबारी के कारण अब तक प्रदेश में 1800 ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं. जिसकी वजह से कई इलाकों में बिजली नहीं है. सबसे ज्यादा चंबा जिले में 706 ट्रांसफार्मर ठप हुए हैं. वहीं कुल्लू जिले में 315, लाहौल-स्पीति में 301, किन्नौर में 130, सिरमौर में 268 और मंडी जिले में 80 ट्रांसफार्मर ठप पड़ने से कई इलाकों में अंधेरा छा गया है.
आम जनजीवन पर असर
बर्फबारी के कारण तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. ऊपरी इलाकों में लोग घर पर रहने को मजबूर है, जहां चारदीवारी में भी अलाव या हीटर का सहारा है. इसके अलावा सड़कों पर बिछी बर्फ की मोटी चादर ने वाहनों के पहियों पर भी ब्रेक लगा दिया है. सड़कें बंद होने के कारण वाहनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है. कई इलाकों में बिजली सप्लाई ठप होने के अलावा बर्फबारी के बाद पेयजल योजनाओं पर भी असर पड़ता है.
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