शिमला: हिमाचल प्रदेश में 27 जून से मानसून की एंट्री हो गई है. जिसके साथ ही प्रदेश में बारिश का दौर भी शुरू हो गया है. बीती रात राजधानी शिमला में भी जमकर बारिश हुई. करीब 2 घंटे तक शिमला में तेज बारिश का दौर जारी रहा. वहीं, मानसून की पहली बारिश ने ही शिमला में तबाही मचा दी. बरसात की पहली बारिश में ही शहर को भारी नुकसान हुआ है.
मलबे में दबी गाड़ियां
भारी बारिश के बाद शिमला के चमियाना शुराला मार्ग पर तबाही का मंजर देखने को मिला. जहां भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया, जिसमें तीन गाड़ियां दब गई. इनमें से दो गाड़ियां पूरी तरह से मलबे के नीचे दब गई हैं. ये सारा मलबा ऊपर नाले से सड़क पर आया और सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई है. जिसके चलते चमियाना शुराला मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया है. सुबह लोग पैदल ही वहां से गुजरते हुए नजर आए.
सड़क बहाली में जुटे स्थानीय लोग
चमियाना शुराला मार्ग पर मलबा गिरने की सूचना लोक निर्माण विभाग और जिला प्रशासन को स्थानीय लोगों ने दे दी है, लेकिन अभी तक वहां पर कोई कर्मी नहीं पहुंचा है. हालांकि स्थानीय लोग ही सड़क को बहाल करने में जुट गए हैं और सड़क से मलबा हटाते हुए नजर आए. सड़क के बंद होने से खासकर स्कूल जाने वाले छात्रों और ड्यूटी पर जाने वाले लोगों को सुबह करीब 1 किलोमीटर पैदल जाना पड़ा.
पिछले साल भी यहां पर सड़क पर आया था मलबा
बीती बरसात में भी यहां पर भारी भरकम मालबा सड़क पर आ गया था और इस बार भी बरसात की शुरुआत में ही बारिश ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. इसके अलावा भट्टाकुफर से चुरट नाला की तरफ जाने वाली सड़क पर भी गाड़ियों पर पत्थर गिरे हैं जिसमें तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई है. शहर भर में बारिश से भारी नुकसान हुआ है.
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