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महिला कांग्रेस ने की विधायक हंसराज को जेल भेजने की मांग, पुलिस पर भी लगाए ये गंभीर आरोप - Himachal Mahila Congress protest

बीजेपी विधायक हंसराज के खिलाफ महिला कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. महिला कांग्रेस ने उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है. उन्होंने साफ तौर पर कहां कि अब मामला रफा-दफा नहीं होने देंगे. अलका लांबा के नेतृत्व में महिला कांग्रेस ने मामले की जांच के लिए सीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा.

हंसराज की गिरफ्तारी के लिए महिला कांग्रेस ने निकाला मार्च
हंसराज की गिरफ्तारी के लिए महिला कांग्रेस ने निकाला मार्च (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 27, 2024, 3:21 PM IST

Updated : Aug 27, 2024, 5:59 PM IST

महिला कांग्रेस का प्रदर्शन (ETV BHARAT)

शिमला: चुराह से बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के खिलाफ एक युवती से अश्लील चैट करने का गंभीर आरोप लगाए थे. अब उनके खिलाफ हिमाचल में महिला कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा की अगुवाई में हिमाचल महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से विधानसभा तक मार्च निकाला. इस दौरान महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 'बेटी को न्याय दो...न्याय दो' के नारे लगाए. इसके साथ ही उन्होंने विधायक हंसराज को जेल भेजने की मांग की है.

इस दौरान बैरिकेडिंग कर महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया. महिला पुलिस के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की धक्का-मुक्की भी हुई. महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने बीजेपी विधायक की गिरफ्तारी और उनके मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच करवाने की मांग के लिए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान सीएम सुक्खू ने उन्हें पूरी जांच का भरोसास भी दिलाया है.

कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा कि, 'हिमाचल में बेटियां खतरे में हैं. बीजेपी के विधायक हंसराज पर उनकी पार्टी के ही बूथ अध्यक्ष की बेटी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक पर एफआईआर हुई थी, लेकिन उसके बाद क्या हुआ? इसका जवाब जानने के लिए हम पुलिस हेडक्वार्टर जाएंगे. क्या एफआईआर न्याय है? क्या एफआईआर के बाद हंसराज की गिरफ्तारी और पूछताछ होनी चाहिए थी या नही? उनके फोन जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जानी चाहिए था या नहीं? बेटी भारी दबाव में है, लेकिन ये मामला रफा-दफा नहीं होगा. बीजेपी का पूरा परिवार हिमाचल की बेटी के साथ नहीं अपने आरोपी विधायक के साथ खड़ा है. अब ये मामला वापस नहीं होगा. हम सरकार से मांग करेंगे कि विधायक पर आरोप लगाने वाली युवती को सुरक्षा दी जाए. इस मामले को रफा-दफा करने की बजाय तुरंत विधायक को गिरफ्तार किया जाए. बेटियों के दोषी विधायक की जगह विधानसभा में नहीं जेल में है.'

अलका लांबा ने कहा कि 'आरोप लगाने वाली बेटी दबाव में है, लेकिन पुलिस पर क्या दबाव है? एफआईआर को दबाने से कुछ नहीं होगा. फोन में सबूत नष्ट हो सकते हैं और सबूत नष्ट होने से बेटियों को न्याय नहीं मिलता है. हमें मालूम है प्रदेश सरकार ने अगर बीजेपी के विधायक को गिरफ्तार कर जेल भेजा तो दिल्ली की सरकार यहां की सरकार को तंग करना शुरू कर देगी, लेकिन हम हिमाचल सरकार के साथ खड़े हैं. एफआईआर के बाद आरोप लगाने वाली युवती पर दबाव बनाना शुरू हुआ था.'

बता दें कि विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के खिलाफ एक युवती से अश्लील चैट करने का गंभीर आरोप लगाए थे. युवती की शिकायत पर जिले के महिला थाने में मामला भी दर्ज हुआ था. युवती ने विधायक से जान का खतरा बताते हुए कई संगीन आरोप लगाए थे. एसपी चंबा को इस बाबत लिखित शिकायत दी थी, जिसके बाद महिला थाने में FIR दर्ज भी हुई, लेकिन इसके बाद आरोप लगाने वाली युवती अपने बयान से पलट गई.

युवती ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि 'सोशल मीडिया और मीडिया में चलाई जा रही खबरों के बाद मेरे पिता मेरे पास आए. 8 अगस्त 2024 को विधायक हंसराज के खिलाफ मैनें महिला थाना चंबा में रिपोर्ट दर्ज करवाई और 16 अगस्त को पुलिस ने मुझे कोर्ट में पेश किया जहां मैंने बिना किसी दबाव के अपने बयान जज के सामने दर्ज करवाए हैं, जिसमें मैंने स्पष्ट किया मेरे द्वारा विधायक पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं. मैंने गलतफहमी, मानसिक तनाव और बहकावे के बाद विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. मेरी शिकायत के आधार पर चुराह कांग्रेस के नेताओं व मीडिया ने झूठी खबरें फैलाई हैं. मेरे पिता के विधायक के साथ पारिवारिक संबंध हैं. सोशल मीडिया पर विधायक और मेरे परिवार के खिलाफ झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं. मेरी हाथ जोड़कर सब लोगों से विनती है कि ऐसी अफवाहें ना फैलाई जाएं.'

विधायक हंसराज ने दी थी सफाई

इस मामले को लेकर चुराह के विधायक हंसराज का बयान भी सामने आया है. विधायक ने कहा "मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. यह एक राजनीतिक साजिश है और इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है."

ये भी पढ़ें: मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष का सदन में हंगामा, नियम 67 पर चर्चा न देने से विपक्ष ने किया वॉकआउट

महिला कांग्रेस का प्रदर्शन (ETV BHARAT)

शिमला: चुराह से बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के खिलाफ एक युवती से अश्लील चैट करने का गंभीर आरोप लगाए थे. अब उनके खिलाफ हिमाचल में महिला कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा की अगुवाई में हिमाचल महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से विधानसभा तक मार्च निकाला. इस दौरान महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 'बेटी को न्याय दो...न्याय दो' के नारे लगाए. इसके साथ ही उन्होंने विधायक हंसराज को जेल भेजने की मांग की है.

इस दौरान बैरिकेडिंग कर महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया. महिला पुलिस के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की धक्का-मुक्की भी हुई. महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने बीजेपी विधायक की गिरफ्तारी और उनके मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच करवाने की मांग के लिए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान सीएम सुक्खू ने उन्हें पूरी जांच का भरोसास भी दिलाया है.

कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा कि, 'हिमाचल में बेटियां खतरे में हैं. बीजेपी के विधायक हंसराज पर उनकी पार्टी के ही बूथ अध्यक्ष की बेटी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक पर एफआईआर हुई थी, लेकिन उसके बाद क्या हुआ? इसका जवाब जानने के लिए हम पुलिस हेडक्वार्टर जाएंगे. क्या एफआईआर न्याय है? क्या एफआईआर के बाद हंसराज की गिरफ्तारी और पूछताछ होनी चाहिए थी या नही? उनके फोन जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जानी चाहिए था या नहीं? बेटी भारी दबाव में है, लेकिन ये मामला रफा-दफा नहीं होगा. बीजेपी का पूरा परिवार हिमाचल की बेटी के साथ नहीं अपने आरोपी विधायक के साथ खड़ा है. अब ये मामला वापस नहीं होगा. हम सरकार से मांग करेंगे कि विधायक पर आरोप लगाने वाली युवती को सुरक्षा दी जाए. इस मामले को रफा-दफा करने की बजाय तुरंत विधायक को गिरफ्तार किया जाए. बेटियों के दोषी विधायक की जगह विधानसभा में नहीं जेल में है.'

अलका लांबा ने कहा कि 'आरोप लगाने वाली बेटी दबाव में है, लेकिन पुलिस पर क्या दबाव है? एफआईआर को दबाने से कुछ नहीं होगा. फोन में सबूत नष्ट हो सकते हैं और सबूत नष्ट होने से बेटियों को न्याय नहीं मिलता है. हमें मालूम है प्रदेश सरकार ने अगर बीजेपी के विधायक को गिरफ्तार कर जेल भेजा तो दिल्ली की सरकार यहां की सरकार को तंग करना शुरू कर देगी, लेकिन हम हिमाचल सरकार के साथ खड़े हैं. एफआईआर के बाद आरोप लगाने वाली युवती पर दबाव बनाना शुरू हुआ था.'

बता दें कि विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के खिलाफ एक युवती से अश्लील चैट करने का गंभीर आरोप लगाए थे. युवती की शिकायत पर जिले के महिला थाने में मामला भी दर्ज हुआ था. युवती ने विधायक से जान का खतरा बताते हुए कई संगीन आरोप लगाए थे. एसपी चंबा को इस बाबत लिखित शिकायत दी थी, जिसके बाद महिला थाने में FIR दर्ज भी हुई, लेकिन इसके बाद आरोप लगाने वाली युवती अपने बयान से पलट गई.

युवती ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि 'सोशल मीडिया और मीडिया में चलाई जा रही खबरों के बाद मेरे पिता मेरे पास आए. 8 अगस्त 2024 को विधायक हंसराज के खिलाफ मैनें महिला थाना चंबा में रिपोर्ट दर्ज करवाई और 16 अगस्त को पुलिस ने मुझे कोर्ट में पेश किया जहां मैंने बिना किसी दबाव के अपने बयान जज के सामने दर्ज करवाए हैं, जिसमें मैंने स्पष्ट किया मेरे द्वारा विधायक पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं. मैंने गलतफहमी, मानसिक तनाव और बहकावे के बाद विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. मेरी शिकायत के आधार पर चुराह कांग्रेस के नेताओं व मीडिया ने झूठी खबरें फैलाई हैं. मेरे पिता के विधायक के साथ पारिवारिक संबंध हैं. सोशल मीडिया पर विधायक और मेरे परिवार के खिलाफ झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं. मेरी हाथ जोड़कर सब लोगों से विनती है कि ऐसी अफवाहें ना फैलाई जाएं.'

विधायक हंसराज ने दी थी सफाई

इस मामले को लेकर चुराह के विधायक हंसराज का बयान भी सामने आया है. विधायक ने कहा "मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. यह एक राजनीतिक साजिश है और इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है."

ये भी पढ़ें: मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष का सदन में हंगामा, नियम 67 पर चर्चा न देने से विपक्ष ने किया वॉकआउट

Last Updated : Aug 27, 2024, 5:59 PM IST
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