मंडी जिला के जोगिंदरनगर उपमंडल में बारिश ने तांडव मचा दिया. क्षेत्र में लैंडस्लाइड के कारण सियुरी से छपरोट सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया. नदी-नालों में पानी अधिक होने पर कई स्थानों पर आवाजाही बाधित हो गई है. इसके अलावा कई पेड़ गिर गए.
समेज में 10 शव बरामद, 2 शवों का किया गया अंतिम संस्कार, जोगिंदरनगर में बारिश का तांडव, लैंडस्लाइड होने से सड़क मार्ग हुआ बंद - Himachal News Live Updates
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Aug 7, 2024, 11:54 AM IST
|Updated : Aug 7, 2024, 8:42 PM IST
हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी को 6 दिन बीत गए हैं. आज 7वें दिन भी रामपुर के समेज और मंडी के राजबन में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मंडी के राजबन में बादल फटने से बाढ़ में 10 लोग लापता हुए थे, जिनमें से 9 के शव बरामद कर लिए गए हैं. बाकि बचे 1 व्यक्ति के लिए रेस्क्यू टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहीं, समेज में आई बाढ़ ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया था. जिसमें 36 लोग लापता हुए थे. जिसमें से 3 लोग के शव सुन्नी डैम से बरामद किए गए हैं. तीनों शवों की शिनाख्त समेज के लापता लोगों के तौर पर हुई है. जबकि 33 लोग अभी भी लापता हैं, जिनके लिए आज 7वें दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
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समेज में 10 शव बरामद, 2 का अंतिम संस्कार
रामपुर के समेज में चल रहे सर्च अभियान में अभी तक 10 शव बरामद हो चुके हैं. शिमला जिला प्रशासन के मुताबिक इन सभी शवों का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है. 01 अगस्त को रामपुर क्षेत्र के ढकोलढ़ में एक पुरूष का शव तथा ब्रो क्षेत्र में दो महिलाओं के शव मिले थे. वहीं 04 अगस्त को दो महिलाओं के शव ढकोलढ़ में मिले थे. सुन्नी डैम क्षेत्र में अभी तक चार शव बरामद हुए है. इनमें पहला शव चार अगस्त को एक महिला का मिला था. पांच अगस्त को दो शव बरामद हुए थे जिसमें एक महिला और एक पुरुष का शव था. सैंज क्षेत्र में मंगलवार को सुबह सतलुज नदी के किनारे क्षत-विक्षत हालत में महिला का शव मिला था. सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद शवों को पोस्टमार्टम करवाने के बाद आईजीएमसी शिमला के शव गृह में रखा जा रहा है. जिन शवों की पहचान नहीं हो पा रही है उनके डीएनए मैच किए जा रहें. इसके अलावा परिजनों के ठहरने की सारी व्यवस्था जिला प्रशासन कर रहा है.
सर्च ऑपरेशन में मिले शवों में से दो शवों की शिनाख्त परिजनों ने कर दी है. इसके बाद मंगलवार सुबह परिजनों को दोनों शव सौंप दिए गए. इनकी पहचान रचना पत्नी उम्र 23 वर्ष गांव सूगा नजदीक सरपारा क्षेत्र के तौर पर हुई है, जबकि दूसरे शव की पहना प्रीतिका सुपुत्री राजकुमार पांडे झारखंड निवासी के तौर पर हुई है. दोनों शवों का परिजनों ने समेज में अंतिम संस्कार कर दिया है.
ये भी पढ़ें: समेज में परिजनों ने छोड़ी जिंदगी की उम्मीद, बोले- "अब देह ही मिल जाए तो अंतिम संस्कार कर दें"
शिमला में बारिश से मकानों को खतरा
शिमला के सांगटी इलाके में बारिश के कारण कुछ मकानों को खतरा है. प्रशासन ने इन मकानों को खाली करने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि सांगटी में 5 मकानों को खतरा है. कुछ परिवार इन मकानों से निकलकर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए हैं. लोगों ने प्रशासन ने डंगा लगाने और एहतियाती कदम उठाने की मांग की है. भू-कटाव को रोकने के लिए मकानों की नींव पर तिरपाल लगाया गया है. बारिश से मकानों की नींव हिल चुकी है. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
समेज में रेस्क्यू जारी
रामपुर के समेज में आज भी 11 बजे के करीब सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ. सुबह से क्षेत्र में भारी बारिश हो रही थी. जिस कारण सर्च आपरेशन नहीं हो पा रहा था. आज सुबह के समय लुहरी में एक और शव बरामद किया गया है जो शिनाख्त के लिए भेज दिया गया है. समेज में 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद से 36 लोग लापता थे. सर्च टीम को अब तक 6 शव मिले हैं, जिनमें से सिर्फ 3 की ही शिनाख्त हो पाई है. जिनके शव बरामद हुए हैं वो समेज से ही लापता हुए थे और सुन्नी डैम से शव बरामद हुए. वहीं आज भी 10 के करीब मशीनें सर्च ऑपरेशन में तैनात हैं और 300 से अधिक जवान इस ऑपरेशन में जुटे हुए हैं.
कौल डैम से एक शव बरामद
बादल फटने के बाद समेज़ में आई भीषण बाढ़ में लापता हुए एक युवक का शव कोल डैम में बरामद हुआ है. शिमला पुलिस के सर्च ऑपरेशन के दौरान शव बरामद हुआ है. मृतक की पहचान 24 साल के सिद्धार्थ पुत्र विजय कुमार के रूप में हुई है जो कांगड़ा के गांव नंदरूल का रहने वाला था. सिद्धार्थ ग्रीनको पावर प्रोजेक्ट में सेवाएं दे रहा था. पार्थिव देह की पहचान मृतक के भाई ने की है..
हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी को 6 दिन बीत गए हैं. आज 7वें दिन भी रामपुर के समेज और मंडी के राजबन में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मंडी के राजबन में बादल फटने से बाढ़ में 10 लोग लापता हुए थे, जिनमें से 9 के शव बरामद कर लिए गए हैं. बाकि बचे 1 व्यक्ति के लिए रेस्क्यू टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहीं, समेज में आई बाढ़ ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया था. जिसमें 36 लोग लापता हुए थे. जिसमें से 3 लोग के शव सुन्नी डैम से बरामद किए गए हैं. तीनों शवों की शिनाख्त समेज के लापता लोगों के तौर पर हुई है. जबकि 33 लोग अभी भी लापता हैं, जिनके लिए आज 7वें दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
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मंडी जिला के जोगिंदरनगर उपमंडल में बारिश ने तांडव मचा दिया. क्षेत्र में लैंडस्लाइड के कारण सियुरी से छपरोट सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया. नदी-नालों में पानी अधिक होने पर कई स्थानों पर आवाजाही बाधित हो गई है. इसके अलावा कई पेड़ गिर गए.
समेज में 10 शव बरामद, 2 का अंतिम संस्कार
रामपुर के समेज में चल रहे सर्च अभियान में अभी तक 10 शव बरामद हो चुके हैं. शिमला जिला प्रशासन के मुताबिक इन सभी शवों का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है. 01 अगस्त को रामपुर क्षेत्र के ढकोलढ़ में एक पुरूष का शव तथा ब्रो क्षेत्र में दो महिलाओं के शव मिले थे. वहीं 04 अगस्त को दो महिलाओं के शव ढकोलढ़ में मिले थे. सुन्नी डैम क्षेत्र में अभी तक चार शव बरामद हुए है. इनमें पहला शव चार अगस्त को एक महिला का मिला था. पांच अगस्त को दो शव बरामद हुए थे जिसमें एक महिला और एक पुरुष का शव था. सैंज क्षेत्र में मंगलवार को सुबह सतलुज नदी के किनारे क्षत-विक्षत हालत में महिला का शव मिला था. सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद शवों को पोस्टमार्टम करवाने के बाद आईजीएमसी शिमला के शव गृह में रखा जा रहा है. जिन शवों की पहचान नहीं हो पा रही है उनके डीएनए मैच किए जा रहें. इसके अलावा परिजनों के ठहरने की सारी व्यवस्था जिला प्रशासन कर रहा है.
सर्च ऑपरेशन में मिले शवों में से दो शवों की शिनाख्त परिजनों ने कर दी है. इसके बाद मंगलवार सुबह परिजनों को दोनों शव सौंप दिए गए. इनकी पहचान रचना पत्नी उम्र 23 वर्ष गांव सूगा नजदीक सरपारा क्षेत्र के तौर पर हुई है, जबकि दूसरे शव की पहना प्रीतिका सुपुत्री राजकुमार पांडे झारखंड निवासी के तौर पर हुई है. दोनों शवों का परिजनों ने समेज में अंतिम संस्कार कर दिया है.
ये भी पढ़ें: समेज में परिजनों ने छोड़ी जिंदगी की उम्मीद, बोले- "अब देह ही मिल जाए तो अंतिम संस्कार कर दें"
शिमला में बारिश से मकानों को खतरा
शिमला के सांगटी इलाके में बारिश के कारण कुछ मकानों को खतरा है. प्रशासन ने इन मकानों को खाली करने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि सांगटी में 5 मकानों को खतरा है. कुछ परिवार इन मकानों से निकलकर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए हैं. लोगों ने प्रशासन ने डंगा लगाने और एहतियाती कदम उठाने की मांग की है. भू-कटाव को रोकने के लिए मकानों की नींव पर तिरपाल लगाया गया है. बारिश से मकानों की नींव हिल चुकी है. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
समेज में रेस्क्यू जारी
रामपुर के समेज में आज भी 11 बजे के करीब सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ. सुबह से क्षेत्र में भारी बारिश हो रही थी. जिस कारण सर्च आपरेशन नहीं हो पा रहा था. आज सुबह के समय लुहरी में एक और शव बरामद किया गया है जो शिनाख्त के लिए भेज दिया गया है. समेज में 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद से 36 लोग लापता थे. सर्च टीम को अब तक 6 शव मिले हैं, जिनमें से सिर्फ 3 की ही शिनाख्त हो पाई है. जिनके शव बरामद हुए हैं वो समेज से ही लापता हुए थे और सुन्नी डैम से शव बरामद हुए. वहीं आज भी 10 के करीब मशीनें सर्च ऑपरेशन में तैनात हैं और 300 से अधिक जवान इस ऑपरेशन में जुटे हुए हैं.
कौल डैम से एक शव बरामद
बादल फटने के बाद समेज़ में आई भीषण बाढ़ में लापता हुए एक युवक का शव कोल डैम में बरामद हुआ है. शिमला पुलिस के सर्च ऑपरेशन के दौरान शव बरामद हुआ है. मृतक की पहचान 24 साल के सिद्धार्थ पुत्र विजय कुमार के रूप में हुई है जो कांगड़ा के गांव नंदरूल का रहने वाला था. सिद्धार्थ ग्रीनको पावर प्रोजेक्ट में सेवाएं दे रहा था. पार्थिव देह की पहचान मृतक के भाई ने की है..