शिमला: हिमाचल में निवेश आकर्षित करने के लिए दुबई गयी उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की टीम को बड़ी सफलता मिली है. मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने निवेशकों को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने, राज्य में विभिन्न सेक्टर्स में निवेश से विकास का सपना और उसकी अहमियत बताई. निवेशकों को राज्य सरकार के विभिन्न प्लान पसंद आये और इस तरह 2600 करोड़ के निवेश हिमाचल के हिस्से आये. इस संदर्भ में एमओयू साइन किये गए. बाकायदा एक समारोह में हिमाचल के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निवेश से जुड़े कई एमओयू हस्ताक्षरित हुए. इससे हिमाचल में निवेश के नए द्वार खुलेंगे साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी.
दुबई प्रवास में निवेश से जुड़े अभियान के दूसरे दिन राज्य में 2600 करोड़ से अधिक के निवेश हासिल करने में सफलता मिली है. दूसरे दिन के निवेश प्रस्ताव मूल रूप से हेल्थ केअर से जुड़े थे. टीम हर्षवर्धन चौहान के अनुसार लीलावती फाउंडेशन सहित अन्य संभावना संपन्न निवेशकों के साथ सार्थक बातचीत हुई. मंत्री ने निवेशकों को बताया कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के सबसे बड़े जिला कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी बनाना चाहते हैं. वहीं, हिमाचल की फार्मा इंडस्ट्री का परिचय देते हुए मंत्री ने बताया कि छोटा राज्य होने के बावजूद भारत की 35 फीसदी दवाइयां तैयार करता है.
बद्दी-बरोटीवाला और नालागढ़ सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में दवा कंपनियां बेहतर और उद्योग मित्र वातावरण में काम कर रही हैं. यहां 25 से अधिक एमएनसी काम कर रही हैं. हिमाचल में उद्योग जगत को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी मिलने पर लीलावती फाउंडेशन ने निवेश की इच्छा जताई. लीलावती समूह ने कांगड़ा में अस्पताल खोलने की इच्छा प्रकट की और 300 करोड़ का एमओयू साइन किया गया. दुबई में हुए निवेश अभियान से 1500 से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे. इस तरह के निवेश से हिमाचल को मेडिकल टूरिज्म की राजधानी के तौर पर विकसित करने में सफलता मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को 2,345 करोड़ के एमओयू साइन किये गए थे. बुधवार को 300 करोड़ का निवेश प्रस्ताव लीलावती फाउंडेशन की तरफ से आया. टीम हर्षवर्धन चौहान धर्मपुर के एमएलए चंद्रशेखर, उद्योग निदेशक राकेश प्रजापति, अतिरिक्त निदेशक तिलक राज शर्मा सहित अन्य अफसर शामिल थे. उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि राज्य सरकार निवेश के माध्यम से न केवल विकास करवाने में कामयाब होगी, बल्कि इस से रोजगार सृजन भी होगा. निवेश आकर्षित करने का दौर पहली फरवरी को भी जारी रहेगा.
इससे पहले उद्योग मंत्री की अगुवाई में ऊना के बल्क ड्रग पार्क को लेकर 1100 करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया है. इसके अलावा मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए 295 करोड़ रुपये, पर्यटन व आयुष सेक्टर में 350 करोड़ रुपये, हेल्थ केयर के लिए 250 करोड़ का प्रस्ताव आया और एमओयू साइन हुए. उल्लेखनीय है कि इस से पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी दुबई निवेश के लिए गए थे. उसके बाद उद्योग मंत्री अपनी टीम के साथ निवेश अभियान में जुटे हैं. इसके सार्थक परिणाम मिल रहे हैं.
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