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वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हेरिटेज वॉक का आयोजन, पुरानी विरासत, स्थापत्य कला, बसावट और वर्तमान हालात का किया अध्ययन - World Heritage Day

वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर जयपुर की विरासत से ​परिचित करवाने के लिए गुरुवार को शहर में एक वॉक अयोजित की गई. इस वॉक के माध्यम से लोगों को जयपुर की पुरानी गलियों में घुमाया गया और उन्हें यहां की सांस्कृतिक और स्थाप्त्य कलाओं से अवगत कराया गया.

Heritage Walk organized in jaipur on World Heritage Day
वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हेरिटेज वॉक का आयोजन
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 18, 2024, 1:23 PM IST

वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हेरिटेज वॉक का आयोजन, पुरानी विरासत, स्थापत्य कला, बसावट और वर्तमान हालात का किया अध्ययन

जयपुर. विरासत को संरक्षित रखने के लिए वर्ल्ड हेरिटेज डे के दिन गुरुवार को राजधानी जयपुर में हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया. इस दौरान जयपुर के परकोटे के स्थापत्य कला के साथ ही गुलाबी नगरी के प्राचीन स्मारकों और उनके महत्व को नजदीक से समझाने का प्रयास किया गया. हेरिटेज वॉक में पर्यटन विशेषज्ञ, हैरिटेज विशेषज्ञ, ट्रैवल एजेंट, टूर ऑपरेटर, टूरिस्ट गाइड, पत्रकार, पुरातत्वविद और पर्यटक समेत विभिन्न क्षेत्र के लोग शामिल हुए. हेरिटेज वॉक के दौरान पुरानी विरासत, स्मारकों, स्थापत्य कला, बसावट और वर्तमान हालात का अध्ययन किया गया.

फ्रेंड्स ऑफ राजस्थान टूरिज्म एंड जाजम फाउंडेशन की ओर से जयपुर हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया. हेरिटेज वॉक का उद्देश्य पुरानी संस्कृति, विरासत और स्मारकों को संरक्षित करने के लिए उनके प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है. यह भी प्रयास है कि पर्यटकों की पहुंच आसपास की तमाम पुरानी हवेलियों, मंदिरों, बाजारों और स्मारकों तक हो, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति, विरासत के बारे में जानकारी मिलेगी.

पढ़ें:अपनों की उपेक्षा पर आंसू बहा रही विश्व धरोहर, बेतरतीब इमारतों की किचपिच में दम तोड़ रहा परकोटा

पर्यटन कारोबारी और फ्रेंड्स आफ राजस्थान टूरिज्म के फाउंडर संजय कौशिक ने बताया कि जयपुर अपनी विरासत के लिए देश दुनिया में अपना रखता है. जयपुर में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जिनके बारे में लोग देखना और परखना चाहते हैं. जयपुर के प्रबुद्धजनों ने हेरिटेज वॉक निकाली. यह वॉक न्यू गेट से शुरू होकर ठठेरों का रास्ता, जैनियों के मंदिर से होते हुए परकोटे की गलियों में पहुंची. इस वॉक के जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि लोग विरासत से जुड़े रहें. विरासत को संरक्षित रखने के लिए जयपुर के प्रबुद्धजनों विशेष तौर पर पर्यटन से जुड़े हुए लोगों को हेरिटेज वॉक में शामिल किया गया है. हेरिटेज को जीवंत रखने के लिए जयपुर की कला और संस्कृति के बारे में जानकारी दी गई है.

यह भी पढ़ें: राजस्थानी अंदाज में सैलानियों का स्वागत, सभी स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश रहा निशुल्क

हेरिटेज विशेषज्ञ और जाजम फाउंडेशन के सीईओ विनोद जोशी ने बताया कि हेरिटेज वॉक के माध्यम से संदेश दे रहे हैं कि जयपुर एक महान शहर है. 300 साल पुराने इस शहर की भाषा, आर्ट कल्चर बसावट शिल्प तीज त्यौहार और शेर की तमाम चीजों से युवा कैसे जुड़े रहे, इसका प्रयास किया जा रहा है. शहर को साफ सुथरा रखें. जयपुर की आर्ट कल्चर को अगली पीढ़ी को बताएं. नई पीढ़ी भी शहर के महत्व को समझें. हर साल इस तरह का प्रयास हेरिटेज वॉक के माध्यम से करते हैं. हमें अपनी हिस्ट्री को समझ कर विरासत को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए.

स्मारकों पर सैलानियों का स्वागत, निशुल्क रहा प्रवेश: वर्ल्ड हेरिटेज डे पर जयपुर समेत प्रदेश भर के स्मारकों पर सैलानियों का राजस्थानी अंदाज में स्वागत किया गया. गुलाबी नगरी में विश्व प्रसिद्ध आमेर महल, अल्बर्ट हॉल, हवा महल, जंतर मंतर, नाहरगढ़ फोर्ट समेत तमाम स्मारकों पर सैलानियों के तिलक लगाकर और माला पहनाकर स्वागत किया गया. वर्ल्ड हेरिटेज डे के अवसर पर राजधानी जयपुर समेत प्रदेश भर के सभी स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहा. काफी संख्या में पर्यटकों ने आमेर महल, हवामहल, अल्बर्ट हॉल, जंतर मंतर, नाहरगढ़ फोर्ट का विजिट किया.

मतदान के दिन रहेगा अवकाश: पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. पंकज धरेंद्र ने बताया कि हर साल वर्ल्ड हेरिटेज डे पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे, लेकिन इस बार चुनाव के कारण पर्यटन विभाग की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए. अब 19 और 26 अप्रैल को मतदान दिवस के चलते राजकीय स्मारक और संग्रहालयों पर अवकाश घोषित किया गया है.

वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हेरिटेज वॉक का आयोजन, पुरानी विरासत, स्थापत्य कला, बसावट और वर्तमान हालात का किया अध्ययन

जयपुर. विरासत को संरक्षित रखने के लिए वर्ल्ड हेरिटेज डे के दिन गुरुवार को राजधानी जयपुर में हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया. इस दौरान जयपुर के परकोटे के स्थापत्य कला के साथ ही गुलाबी नगरी के प्राचीन स्मारकों और उनके महत्व को नजदीक से समझाने का प्रयास किया गया. हेरिटेज वॉक में पर्यटन विशेषज्ञ, हैरिटेज विशेषज्ञ, ट्रैवल एजेंट, टूर ऑपरेटर, टूरिस्ट गाइड, पत्रकार, पुरातत्वविद और पर्यटक समेत विभिन्न क्षेत्र के लोग शामिल हुए. हेरिटेज वॉक के दौरान पुरानी विरासत, स्मारकों, स्थापत्य कला, बसावट और वर्तमान हालात का अध्ययन किया गया.

फ्रेंड्स ऑफ राजस्थान टूरिज्म एंड जाजम फाउंडेशन की ओर से जयपुर हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया. हेरिटेज वॉक का उद्देश्य पुरानी संस्कृति, विरासत और स्मारकों को संरक्षित करने के लिए उनके प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है. यह भी प्रयास है कि पर्यटकों की पहुंच आसपास की तमाम पुरानी हवेलियों, मंदिरों, बाजारों और स्मारकों तक हो, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति, विरासत के बारे में जानकारी मिलेगी.

पढ़ें:अपनों की उपेक्षा पर आंसू बहा रही विश्व धरोहर, बेतरतीब इमारतों की किचपिच में दम तोड़ रहा परकोटा

पर्यटन कारोबारी और फ्रेंड्स आफ राजस्थान टूरिज्म के फाउंडर संजय कौशिक ने बताया कि जयपुर अपनी विरासत के लिए देश दुनिया में अपना रखता है. जयपुर में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जिनके बारे में लोग देखना और परखना चाहते हैं. जयपुर के प्रबुद्धजनों ने हेरिटेज वॉक निकाली. यह वॉक न्यू गेट से शुरू होकर ठठेरों का रास्ता, जैनियों के मंदिर से होते हुए परकोटे की गलियों में पहुंची. इस वॉक के जरिए यह संदेश देना चाहते हैं कि लोग विरासत से जुड़े रहें. विरासत को संरक्षित रखने के लिए जयपुर के प्रबुद्धजनों विशेष तौर पर पर्यटन से जुड़े हुए लोगों को हेरिटेज वॉक में शामिल किया गया है. हेरिटेज को जीवंत रखने के लिए जयपुर की कला और संस्कृति के बारे में जानकारी दी गई है.

यह भी पढ़ें: राजस्थानी अंदाज में सैलानियों का स्वागत, सभी स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश रहा निशुल्क

हेरिटेज विशेषज्ञ और जाजम फाउंडेशन के सीईओ विनोद जोशी ने बताया कि हेरिटेज वॉक के माध्यम से संदेश दे रहे हैं कि जयपुर एक महान शहर है. 300 साल पुराने इस शहर की भाषा, आर्ट कल्चर बसावट शिल्प तीज त्यौहार और शेर की तमाम चीजों से युवा कैसे जुड़े रहे, इसका प्रयास किया जा रहा है. शहर को साफ सुथरा रखें. जयपुर की आर्ट कल्चर को अगली पीढ़ी को बताएं. नई पीढ़ी भी शहर के महत्व को समझें. हर साल इस तरह का प्रयास हेरिटेज वॉक के माध्यम से करते हैं. हमें अपनी हिस्ट्री को समझ कर विरासत को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए.

स्मारकों पर सैलानियों का स्वागत, निशुल्क रहा प्रवेश: वर्ल्ड हेरिटेज डे पर जयपुर समेत प्रदेश भर के स्मारकों पर सैलानियों का राजस्थानी अंदाज में स्वागत किया गया. गुलाबी नगरी में विश्व प्रसिद्ध आमेर महल, अल्बर्ट हॉल, हवा महल, जंतर मंतर, नाहरगढ़ फोर्ट समेत तमाम स्मारकों पर सैलानियों के तिलक लगाकर और माला पहनाकर स्वागत किया गया. वर्ल्ड हेरिटेज डे के अवसर पर राजधानी जयपुर समेत प्रदेश भर के सभी स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहा. काफी संख्या में पर्यटकों ने आमेर महल, हवामहल, अल्बर्ट हॉल, जंतर मंतर, नाहरगढ़ फोर्ट का विजिट किया.

मतदान के दिन रहेगा अवकाश: पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. पंकज धरेंद्र ने बताया कि हर साल वर्ल्ड हेरिटेज डे पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे, लेकिन इस बार चुनाव के कारण पर्यटन विभाग की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए. अब 19 और 26 अप्रैल को मतदान दिवस के चलते राजकीय स्मारक और संग्रहालयों पर अवकाश घोषित किया गया है.

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