धौलपुर. जिले के राजाखेड़ा में सोमवार को उमस भरी गर्मी के बाद मौसम का मिजाज बदला हुआ देखने को मिला. सुबह में अचानक से आसमान में घनी काली घटाएं छा गईं. इसके बाद बाद झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया. करीब पौने घंटे तक हुई बारिश से अलग-अलग जगहों पर जलभराव की समस्या देखने को मिली है.
बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है. यह बारिश फसलों के लिए अमृत बनकर बरसी है, लेकिन इस बारिश ने शहरी क्षेत्र में एक बार फिर से पालिका प्रशासन के ड्रेनेज व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. बारिश के बाद शहर की अलग-अलग जगहों पर जलभराव की समस्या देखने को मिली है. सड़कों पर घुटनों तक बारिश का पानी भरने से राहगीरों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. घरों में भी पानी घुस गया. सबसे ज्यादा खराब हालात कस्बे के पुराना वार्ड नंबर 6 और 8 से लगती सड़क पर देखने को मिल रहे हैं.
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बारिश के बाद कस्बे के पुराना वार्ड नम्बर 6 और 8 की सड़क, पीर की रोड, छेंकुरिया बस्ती, रोहाई मोहल्ला और माता का मठ रोड पर सड़कें तालाब बन गई. नगर पालिका प्रशासन की ओर से द्वारा प्रतिवर्ष मानसून पूर्व नाले नालियों की साफ-सफाई व्यवस्था पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद हल्की सी बारिश से ही कस्बे के हालात खराब हो जाते हैं.
पोखरों पर हुआ कब्जा: कस्बे में पानी की उचित निकासी के लिए करीब आधा दर्जन से अधिक पोखरें बनी हुई थी. इनमें कस्बे का बरसाती पानी जमा होता रहता था, लेकिन अब इनमें से ज्यादातर पोखरों पर लोगों ने कब्जा जमा लिया. इनमें से अधिकांश तो अपना अस्तित्व खो चुकी, जो शेष हैं, वे भी अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही हैं. इसके चलते कस्बे में थोड़ी सी बारिश में ही पानी भर जाता है.