ETV Bharat / bharat

कोटपूतली: बोरवेल में गिरी 3 वर्षीय बालिका को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी - GIRL FELL IN BORE WELL

कोटपुतली में 150 फीट गहरे बोरवेल में एक तीन साल की बच्ची गिर गई. बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.

खुले बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची
खुले बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची (ETV Bharat Behror)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 23, 2024, 4:23 PM IST

कोटपुतली-बहरोडः कोटपुतली के कीरतपुर में एक तीन साल की मासूम बच्ची खेलने के दौरान 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. बच्ची चेतना के बोरवेल में गिरने की सूचना पर आसपास ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई. वहीं, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. डीएसपी राजेंद्र बुरड़क ने बताया कि मामले की सूचना मिली है. पुलिस जाप्ता, एंबुलेंस, जेसीबी मौके पर पहुंच गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. बोरवेल की गहराई 700 फीट है. बच्ची 150 फीट की गहराई पर फंसी हुई है. प्रशासन ने बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई है. हर कोई बच्ची की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा है.

3 वर्षीय बालिका चेतना के बोरवेल में गिरने की घटना के बाद से प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. हालांकि, अब तक बच्ची को बाहर नहीं निकाला जा सका है. प्रशासन और बचाव दल पूरी कोशिश कर रहे हैं कि चेतना को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, जिन्हें मौके पर पहुंचने में कुछ समय लगा. बचाव कार्य के दौरान बोरवेल में कैमरा और ऑक्सीजन पाइप डाले गए. कैमरा से पता चला कि बच्ची करीब 140 फीट गहराई पर सिर के बल फंसी हुई है. बोरवेल के अंदर से बच्ची की रुक-रुक कर रोने की आवाजें आ रही हैं. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद हैं और प्रशासन ने इलाके को बैरिकेडिंग कर घेर लिया है.

खुले बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची (ETV Bharat Behror)

इसे भी पढ़ें- Aryan Rescue Operation : जिंदगी की 'जंग' हार गया आर्यन, 56 घंटे बाद बोरवेल से निकाला गया शव

प्रमुख अधिकारी मौके पर मौजूद : रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी के लिए जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह, कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत, एएसपी वैभव शर्मा, एसडीएम बृजेश चौधरी, तहसीलदार रामधन गुर्जर, सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत, बीसीएमओ डॉ. पूरण चंद गुर्जर और नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट सहित अन्य अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं.

प्रशासन नहीं ले रहा सबक : पिछले चार महीनों में प्रदेशभर में बच्चों के बोरवेल में गिरने की आधा दर्जन घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई बच्चों की जान गई. इसके बावजूद प्रशासन और आमजन सतर्क नहीं हो रहे हैं. सोमवार को किरतपुरा में हुई इस घटना में भी लापरवाही साफ झलकती है. कोटपुतली एसडीएम बृजेश चौधरी ने बताया कि दो बच्चियां एक साथ खेल रही थी, उसी समय पैर फिसलने से मासूम बच्ची 150 फीट के आस-पास बोरबेल में अटक गई है. जिसके बाद परिजनों ने घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जिस बोरवेल में बच्ची गिरी है, उसे कुछ दिन पहले उसके पिता भूपसिंह जाट ने कराया था.

इसे भी पढ़ें- Rajasthan Borewell Accidents : आर्यन से पहले इनके लिए भी काल बना बोरवेल, बस नीरू की बची थी जान

राजस्थान पुलिस ने अपने अधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए खुले बोरवेल से सतर्क रहने की अपील की है. इस अपील में पुलिस ने लिखा है कि प्रदेश में जगह-जगह खुले पड़े सूखे बोरवेल, सूखे कुंए लोगों के लिए खतरे का सबब बने हुए हैं. इन गड्ढों में गिरकर बच्चे ही नहीं बड़े भी गंभीर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. कहीं भी खुला बोरवेल या सूखा कुंआ दिखाई दे, तो एसडीआरएफ हेल्पलाइन 0141-2759903 या 8764873114 पर सूचित करें.

इसे भी पढ़ें- राजस्थान के बाड़मेर में बोरवेल में गिरे 4 साल के मासूम की मौत, 'देसी जुगाड़' से निकाला शव

इसे भी पढ़ें- नीरू ने जीती जिंदगी की जंग, रंग लाई लोगों की दुआ, बोरवेल में गिरी थी मासूम - Operation Neeru Successful

कोटपुतली-बहरोडः कोटपुतली के कीरतपुर में एक तीन साल की मासूम बच्ची खेलने के दौरान 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. बच्ची चेतना के बोरवेल में गिरने की सूचना पर आसपास ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई. वहीं, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. डीएसपी राजेंद्र बुरड़क ने बताया कि मामले की सूचना मिली है. पुलिस जाप्ता, एंबुलेंस, जेसीबी मौके पर पहुंच गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. बोरवेल की गहराई 700 फीट है. बच्ची 150 फीट की गहराई पर फंसी हुई है. प्रशासन ने बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाई है. हर कोई बच्ची की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा है.

3 वर्षीय बालिका चेतना के बोरवेल में गिरने की घटना के बाद से प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. हालांकि, अब तक बच्ची को बाहर नहीं निकाला जा सका है. प्रशासन और बचाव दल पूरी कोशिश कर रहे हैं कि चेतना को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, जिन्हें मौके पर पहुंचने में कुछ समय लगा. बचाव कार्य के दौरान बोरवेल में कैमरा और ऑक्सीजन पाइप डाले गए. कैमरा से पता चला कि बच्ची करीब 140 फीट गहराई पर सिर के बल फंसी हुई है. बोरवेल के अंदर से बच्ची की रुक-रुक कर रोने की आवाजें आ रही हैं. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद हैं और प्रशासन ने इलाके को बैरिकेडिंग कर घेर लिया है.

खुले बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची (ETV Bharat Behror)

इसे भी पढ़ें- Aryan Rescue Operation : जिंदगी की 'जंग' हार गया आर्यन, 56 घंटे बाद बोरवेल से निकाला गया शव

प्रमुख अधिकारी मौके पर मौजूद : रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी के लिए जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह, कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत, एएसपी वैभव शर्मा, एसडीएम बृजेश चौधरी, तहसीलदार रामधन गुर्जर, सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत, बीसीएमओ डॉ. पूरण चंद गुर्जर और नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट सहित अन्य अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं.

प्रशासन नहीं ले रहा सबक : पिछले चार महीनों में प्रदेशभर में बच्चों के बोरवेल में गिरने की आधा दर्जन घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई बच्चों की जान गई. इसके बावजूद प्रशासन और आमजन सतर्क नहीं हो रहे हैं. सोमवार को किरतपुरा में हुई इस घटना में भी लापरवाही साफ झलकती है. कोटपुतली एसडीएम बृजेश चौधरी ने बताया कि दो बच्चियां एक साथ खेल रही थी, उसी समय पैर फिसलने से मासूम बच्ची 150 फीट के आस-पास बोरबेल में अटक गई है. जिसके बाद परिजनों ने घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जिस बोरवेल में बच्ची गिरी है, उसे कुछ दिन पहले उसके पिता भूपसिंह जाट ने कराया था.

इसे भी पढ़ें- Rajasthan Borewell Accidents : आर्यन से पहले इनके लिए भी काल बना बोरवेल, बस नीरू की बची थी जान

राजस्थान पुलिस ने अपने अधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए खुले बोरवेल से सतर्क रहने की अपील की है. इस अपील में पुलिस ने लिखा है कि प्रदेश में जगह-जगह खुले पड़े सूखे बोरवेल, सूखे कुंए लोगों के लिए खतरे का सबब बने हुए हैं. इन गड्ढों में गिरकर बच्चे ही नहीं बड़े भी गंभीर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. कहीं भी खुला बोरवेल या सूखा कुंआ दिखाई दे, तो एसडीआरएफ हेल्पलाइन 0141-2759903 या 8764873114 पर सूचित करें.

इसे भी पढ़ें- राजस्थान के बाड़मेर में बोरवेल में गिरे 4 साल के मासूम की मौत, 'देसी जुगाड़' से निकाला शव

इसे भी पढ़ें- नीरू ने जीती जिंदगी की जंग, रंग लाई लोगों की दुआ, बोरवेल में गिरी थी मासूम - Operation Neeru Successful

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.