बाड़मेर. श्रीगंगानगर. राज्य सरकार के निर्देश पर शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 'मिलावट पर वार' अभियान चलाया. इसके तहत बाड़मेर और श्रीगंगानगर में बड़ी कार्रवाई की गई.
बाड़मेर में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश शर्मा के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया. सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए मसाला बनाने वाली देश की नामी कंपनियां लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है. बाड़मेर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ताबड़तोड़ तरीके से कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में मसाले सीज किए.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश शर्मा ने बताया कि शनिवार को बाड़मेर कृषि मंडी स्थित दुकान पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में गरम मसालों के पैकेट सीज किए. शर्मा ने बताया कि 'मिलावट पर वार' अभियान के तहत 8 मई को विशेष अभियान चलाकर पूरे प्रदेशभर में गरम मसालों के सैंपल लिए थे. इस दौरान मसाले बनाने वाली देश की कई बड़ी नामी कंपनियों के गरम मसाले के सैंपल जांच में फेल हो गए थे. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग व राज्य सरकार ने इन कंपनियों को मार्केट में गरम मसाले के सारे माल को वापस लेने के निर्देश दिए थे. इसी के तहत शनिवार को कृषि मंडी में इस प्रतिष्ठान पर कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि 20 लाख से भी अधिक रुपए के मसालों को सीज किया गया है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने आमजन से मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए सरकार के पोर्टल पर जाकर शिकायत करने के अपील की है.
श्रीगंगानगर में सीज किए 260 किलो अनसेफ मसाले: सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला ने बताया कि जिला मुख्यालय पर विभागीय टीम ने मसाले सीज किए हैं. ये अनसेफ पाए गए थे. टीम ने 100 ग्राम पैकिंग वाला 24 किलो गर्म मसाला एवं 214 किलो चना मसाला सीज किया है. उन्होंने बताया कि इसके साथ साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुरानी धान मंडी स्थित दुकान गर्म मसाला 21.9 किलो सीज किया. मसाले का सैंपल भी लिया गया. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से 8 मई को विशेष अभियान चला कर नामी कंपनियों सहित अन्य मसालों के 93 सैंपल लिए गए थे. जांच रिपोर्ट में कुछ नमूनों में पेस्टीसाइड एवं इनसेक्टीसाइड की मात्रा काफी अधिक पाई गई.