पाकुड़: HMPV यानी मानव मेटान्यूमोवायरस को लेकर झारखंड सरकार द्वारा राज्य के सभी जिलों को जारी दिशा निर्देश के बाद स्वास्थ्य महकामा अलर्ट मोड में है. इससे निपटने को लेकर प्रखंड स्तर पर तैयारी पूरी कर ली है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारियों के अलावा प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को सजग रहने के निर्देश सिविल सर्जन के स्तर पर दिया गया है.
मानव मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने बताया कि कोरोना की तरह यह एक नया वायरस है. यदि इससे कोई संक्रमित होता है तो श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाएगा. सीएस ने कहा कि इससे संक्रमित मरीज यदि पाए जाते हैं तो सबसे पहले हमें ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ेगी और ऑक्सीजन की कमी किसी मरीज को न हो इसके लिए हमारे अस्पताल में पाइपलाइन विस्तारीकरण कोरोना काल में ही कराया गया था. ऑक्सीजन प्लांट के साथ-साथ कई उपक्रम भी लगाए गए, जो चालू स्थिति में है और इसका लाभ अन्य मरीजों को पूर्व से दिया जा रहा है.
सीएस ने कहा कि कोविड के समय से ही कई अलग वार्ड बनकर तैयार है. एचएमपीवी के जो लक्षण है उससे संबंधित सभी दवाईयां उपलब्ध है. यदि कुछ नई दवाईयां आती है तो उसे मंगाया जाएगा. सीएस ने ठंड के मौसम में गर्म कपड़े पहनने, ठंडा पेय पदार्थ का सेवन नहीं करना, गर्म भोजन का सेवन करना, ज्यादा से ज्यादा बच्चों को घर में ही रखने की सलाह दी. एक पूछे गए सवाल पर सिविल सर्जन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि इस वायरस का असर सिर्फ बच्चों पर ही है बल्कि सभी उम्र के लोगों पर हो सकता है. बच्चों को ज्यादा सावधान रखने की सलाह इसलिए दी जाती है क्योंकि बच्चों में इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है, जिससे वे जल्दी चपेट में आ सकते हैं. सीएस ने बताया कि इस वायरस की चपेट में आने और इससे संबंधित यदि किसी में लक्षण दिखाई देता है तो उस मरीज का सैंपल कलेक्ट कर उसे रिम्स में जांच के लिए भेजा जाएगा.
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