अजमेर : हाई सिक्योरिटी जेल में जिन लोगों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है. वही लोग चंद रुपए के लालच में प्रदेश की सबसे सुरक्षित सिक्योरिटी जेल की सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं. अजमेर की सिविल लाइन थाना पुलिस ने हाई सिक्योरिटी जेल के हेड वार्डन वीरपाल को गिरफ्तार किया है. आरोपी हेड वार्डन वीरपाल रूपनगढ़ का निवासी है. हाई सिक्योरिटी जेल में कैद हार्डकोर अपराधी विक्रम गुर्जर और रोशन जाट को मोबाइल फोन और सिम कार्ड उपलब्ध करवाने के आरोप में हेड वार्डन को गिरफ्तार किया गया है.
सीओ नॉर्थ रुद्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि हाई सिक्योरिटी जेल के अधीक्षक पारस जांगिड़ ने 27 जून 2024 को जेल में विचाराधीन कैदी हार्डकोर अपराधी विक्रम गुर्जर और रोशन जाट के पास से कीपैड मोबाइल मिलने के मामले में मुकदमा दर्ज करवाया था. आईजी के निर्देश पर प्रकरण की जांच उन्हें सौपी गई थी. प्रकरण की जांच में हाई सिक्योरिटी जेल का हेड वार्डन वीरपाल दोषी पाया गया है. इसके बाद आरोपी वीरपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कालू लाल मोगिया से ली थी सिम : सीओ नॉर्थ रुद्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रकरण की जांच में सामने आया कि कीपैड मोबाइल में लगी हुई सिम कालू लाल मोगिया के नाम से थी, जो रूपनगढ़ क्षेत्र का निवासी है. सीओ ने बताया कि कालूराम मोगिया से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वीरपाल के कहने से उसने यह मोबाइल सिम खरीदी थी. सिम का वीरपाल क्या उपयोग कर रहा है उसे नहीं पता. उन्होंने बताया कि जेल विभाग को हेड वार्डन की गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है. आरोपी का मेडिकल करवाकर उसे कोर्ट पेश किया गया. उससे मामले में पूछताछ की जा रही है.