चंडीगढ़ : हरियाणा के द रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन और हरियाणा सरकार के बीच आखिरकार सहमति बन गई है. आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने कुछ शर्तों के साथ एसोसिएशन की मांगों को मान लिया है. प्रदेश सरकार ने साल ने कर्मचारियों को इंक्रीमेंट का तोहफा दिया है. नतीजतन पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जयवीर चहल समेत बाकी पदाधिकारियों ने सभी पटवारियों और कानूनगो को सोमवार से काम पर लौटने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
सोमवार से ड्यूटी पर लौटेंगे : द रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन ने सरकार के फैसले को प्रदेश के कर्मचारियों की संघर्ष की जीत करार दिया है और कहा है कि सरकार ने उनकी मांगें मान ली है. 2019 बैच के पटवारियों को दो इंक्रीमेंट देने को मंजूरी दे दी गई है, जबकि इससे पहले के बैच वाले पटवारियों को 3 इंक्रीमेंट देने का फैसला किया गया है. सरकार के फैसले के बाद एसोसिएशन ने कर्मचारियों से कहा है कि वे सोमवार से ड्यूटी पर लौट आएं और सभी कर्मचारी जल्द से जल्द प्रदेश वासियों के पेंडिंग वर्क्स का निपटारा करें. साथ ही हरियाणा सरकार के आदेश के मुताबिक स्पेशल गिरदावरी के महत्वपूर्ण टास्क को भी जल्द कंपलीट करने के लिए कहा गया है.
पहले नहीं बनी थी सहमति : द रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन ने 29 जनवरी 2024 को राज्य प्रधान जयवीर चहल के नेतृत्व में पहली बैठक की थी. इस बैठक में एसीएस अनुराग रस्तोगी ने पे-स्केल संबंधी कई मुद्दों पर एसोसिएशन का पक्ष रखा लेकिन एसोसिएशन ने इसे मंजूरी नहीं दी. इसके बाद 2 फरवरी 2024 को रेवेन्यू विभाग के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होती है और उसमें एसोसिएशन की कुछ मांगों को मान लेने का भरोसा दिया गया था.
क्या थी डिमांड : द रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन की मांग थी कि बढ़ाए गए वेतनमान को एक जनवरी 2016 से लागू किया जाए. जबकि प्रदेश सरकार ने उनका वेतनमान जनवरी 2024 से लागू किया है. संगठन के पदाधिकारियों ने कहा था कि उन्हें एरियर नहीं चाहिए, लेकिन सरकार उनका वेतनमान 2016 से ही लागू करे, ताकि नए-पुराने सभी सहयोगियों को इसका लाभ मिल सके. वहीं पटवारियों के रिक्त पदों को स्थाई भर्ती से भरने की मांग भी की गई थी. इसके अलावा नई भर्तियां होने तक जिन पटवारियों को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है, उन्हें बाकी राज्यों की तर्ज पर वेतन और भत्ते देने की मांग भी की गई थी.
आम लोग हुए हड़ताल से परेशान : आपको बता दें कि प्रदेश में पटवारी और कानूनगो की हड़ताल से आम लोग काफी ज्यादा परेशान थे. अपने जरूरी दस्तावेजों पर पटवारियों से साइन करवाने के लिए लोग भटक रहे थे. जमीन की रजिस्ट्री और ट्रांसफर समेत कई काम नहीं हो पा रहे थे. सभी तरह के काम ठप पड़े हुए थे. एक अनुमान के मुताबिक हड़ताल के चलते अब तक 400 करोड़ से ज्यादा के नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
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