रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज मुख्यमंत्री निवास में जनदर्शन कार्यक्रम हुआ. सीएम विष्णुदेव साय ने इस कार्यक्रम में आए लोगों को तिरंगा बांटा और हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया.
हर घर तिरंगा अभियान शुरू: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 9 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. सभी भारतीय नागरिकों को राष्ट्रीय ध्वज अपने घर पर फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
9 से 15 अगस्त तक हर जगह दिखेगा तिरंगा: हर घर तिरंगा अभियान के तहत स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान राज्य से लेकर जिला स्तर पर तिरंगा यात्राएं, तिरंगा रैलियां, तिरंगा दौड़ और मैराथन जैसे देश भक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. खास बात यह है कि इन कार्यक्रमों के दौरान तिरंगा प्रतिज्ञा ली जाएगी. लोगों को तिरंगा के साथ सेल्फी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया जाएगा. स्थानीय स्तर पर बाइक, साइकिल और कार रैलियां निकाली जाएगी. सभी उम्र के लोग आयोजनों में शामिल होकर राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान प्रकट करेंगे.
तिरंगा यात्रा कार्यक्रम में खेल और फिटनेस से जुड़े लोगों को भागीदारी करने और ब्लॉग बनाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. संस्कृति मंत्रालय द्वारा ब्लॉगर और इंफ्लुएंसर के परिचय के लिए यूट्यूब क्रिएटर प्रोग्राम साझा करेगा.
देश भक्ति संगीत के साथ सार्वजनिक स्तर पर तिरंगा कॉन्सर्ट्स आयोजित किए जाएंगे. कॉन्सर्ट्स में तिरंगा एन्थम की प्र्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम स्थलों पर तिरंगा कैनवास स्थापित किए जाएंगे, जहां लोग किसी भी भारतीय भाषा में हर घर तिरंगा और जय हिन्द लिख सकेंगे. कैनवास का डिजाइन राष्ट्रीय ध्वज के समान 3: 2 में होगा. आयोजन स्थल पर तिरंगा झंडे, वस्त्र, खाद्य पदार्थ के विक्रय के लिए स्टॉल भी लगाए जाएंगे.
हैशटैग हर घर तिरंगा: तिरंगा यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों को ध्वज फहराने और तिरंगा के साथ सेल्फी लेने और हर घर तिरंगा वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकेगा. प्रमाण पत्रों को सोशल मीडिया पर #HarGharTiranga और #HGT2024 के साथ साझा किया जाएगा. तिरंगा यात्रा से संबंधित तिरंगा प्रतिज्ञा, तिरंगा एंथम सहित विभिनन जानकारियां हर घर तिरंगा वेबसाइट पर उपलब्ध हैं.
संस्कृति विभाग द्वारा ने जिला कलेक्टरों को स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान हर घर तिरंगा कार्यक्रम के आयोजन के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. इन कार्यक्रमों में जिले के अंतर्गत सार्वजनिक उपक्रमों, स्व सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने कहा गया है.