ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के टेकनपुर बीएसएफ अकादमी से गायब हुई 2 महिला आरक्षकों ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. बीएसएफ अकादमी से एक महीने से गायब आरक्षक शहाना खातून और आकांक्षा निखर को लेकर सुरक्षा तंत्र में खलबली मची हुई है. इनके भागने का जासूसी कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है.
हथियार सुरक्षा की जानकर हैं लेडी कांस्टेबल
दोनों महिला आरक्षक बीएसएफ की एटीसी विंग में थीं. ऐसे में दोनों युद्ध कौशल में माहिर थीं. एटीसी विंग सेना के हथियारों से लेकर सुरक्षा से जुड़ी होती है. शुरुआत में दोनों सिपाहियों के पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद भागने की जानकारी और लोकेशन भी मिली है. यह इलाका बांग्लादेश की उस सीमा पर है, जहां से रोहिंग्या और गोवंश की तस्करी का नेटवर्क चलता है. ऐसे में बीएसएफ अकादमी टेकनपुर से इनके भागने का जासूसी कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है.
ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर कैमरे में आईं थी नजर
आकांक्षा निखर जबलपुर मध्य प्रदेश की रहने वाली है तो शहाना खातून मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल की है. दोनों ही अविवाहित महिला आरक्षक बीएसएफ टेकनपुर में पदस्थ थीं और एक दूसरे की अच्छी दोस्त बताई जाती हैं. आकांक्षा की मां ने ग्वालियर में शहाना पर उनकी बेटी को बंधक बनाने और अपहरण का आरोप लगाया है. जबकि उनके जाने के समय ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर होने की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से हुई थी. स्टेशन पर मिले सीसीटीवी में कैद तस्वीरों से अपहरण की स्थिति नहीं लग रही है, इसीलिए सुरक्षा एजेंसियों की भी चिंता बढ़ गई है, क्योंकि सीसीटीवी में दोनों ही महिला आरक्षक सामान्य तरीके से जाती हुई नजर आ रही हैं.
अकादमी के रूम में मिले थे दोनों के मोबाइल
बता दें कि, 6 जून को बीएसएफ अकादमी से आरक्षक शहाना खान और आकांक्षा निखर निवासी जबलपुर संदिग्ध स्थिति में लापता हुई थीं. दोनों ही महिला आरक्षकों ने अपने मोबाइल डाटा डिलीट कर दिए हैं और मोबाइल घर पर ही छोड़ कर चली गई हैं. दोनों के मोबाइल अकादमी में उनके रूम पर ही मिले हैं. बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में पदस्थ दोनों महिला आरक्षकों की तलाश अब पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश बॉर्डर पर की जा रही है. इसके लिए अलर्ट भी जारी किया गया है, दोनों की तलाश एसआईटी और इंटेलीजेंस को है.
मां ने जताई अपहरण की आशंका
महीने भर बाद भी बेटी का कुछ आता-पता ना मिलने पर आकांक्षा निखर की मां मदद के लिए ग्वालियर पुलिस के पास आई और उन्होंने यह आरोप लगाया कि उनकी बेटी से 4 महीने पहले बीएसएफ में ही पदस्थ महिला आरक्षक शाहाना खान ने दोस्ती की और उसके बाद वह उसे अपने साथ कोलकाता ले गई. दोनों की कोलकाता में होने की बात उसकी मां के मुताबिक कोलकाता बीएसएफ ने साफ की है.
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ग्वालियर-दिल्ली फिर पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ी
ग्वालियर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन शर्मा ने भी बताया कि दोनों महिला अकादमी के हॉस्टल से गायब हो गई और रेलवे स्टेशन पर साथ-साथ नजर आई. ग्वालियर के बिलौआ थाना पुलिस को बीएसएफ की ओर से सूचना मिलने के बाद जब पड़ताल की गई तो दोनों ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर साथ-साथ ट्रेन में बैठतीं दिखीं. जहां से वह पहले दिल्ली पहुंची फिर वहां एटीएम से पैसे निकाले और फिर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के लिए रवाना हुईं. वहां से कोलकाता जाकर फिर मुर्शिदाबाद पहुंची. यह दोनों अकादमी में सहायक प्रशिक्षण केंद्र में 2021 से प्रशिक्षक के पद पर हैं.
अलर्ट पर इंटेलिजेन्स
आखिरी बार लापता जवानों को दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देखा गया है. दोनों के लापता होने के बाद से कोई सुराग नहीं मिला है. बीएसएफ की ओर से बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही इंटीलिजेंस को भी अलर्ट कर दिया गया है, लेकिन जिस तरह दोनों एक दूसरे के साथ जाती दिखाई दे रही हैं. उससे कई संभावनाओं के सवाल अब खड़े हो रहे हैं. ये मामला प्रेम प्रसंग का भी हो सकता है.