ग्वालियर। रिटायर्ड शिक्षिका आशा भटनागर के साथ नकली सीबीआई अधिकारी बनकर और उन्हें डिजिटली बंदी बनाकर 51 लाख रुपए की ठगी के मामले में एक और आरोपी को पुलिस ने राजस्थान के सीकर से गिरफ्तार किया है. अब तक इस मामले में नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. ठगों के तार देश के विभिन्न राज्यों से लेकर विदेश तक फैले हुए हैं.
गिरफ्त में आया आरोपी हवाला कारोबारी
नौवें जिस आरोपी को पकड़ा गया है, वह राजस्थान के सीकर में हवाला कारोबार से जुड़ा हुआ है. इसका नाम कानजी भाई राजपूत बताया गया है. पुलिस ने इसके कब्जे से 15 लाख 66 हजार रुपए की नकदी बरामद की है. यह आरोपी मूल रूप से गुजरात का रहने वाला है और वर्तमान में सीकर में रहकर साइबर फ्रॉड के पैसे को हवाला के माध्यम से कमीशन लेकर आगे भेजने का काम करता है. आरोपी से लाखों की राशि बरामद की गई है. लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता लगने के कारण वह इस राशि को आगे नहीं ट्रांसफर कर पाया था.
आरोपी से पूछताछ जारी
इस मामले में पूर्व में छत्तीसगढ़ के भिलाई से मुख्य आरोपी कुणाल जायसवाल की गिरफ्तारी हुई थी. अभी तक इस मामले में चार राज्यों से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हवाला कारोबारी द्वारा पैसा कब और किस-किस को कहां भेजा है, इसके बारे में पूछताछ की जा रही है. पूर्व में एक गिरफ्तार आरोपी से 50 हजार रुपए भी बराबर किए गए थे.
यहां पढ़ें... ग्वालियर में फेक ऑफिसर्स का साइबर जाल, ठग रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से ऐंठ रहे 51लाख रुपये |
अब तक गिरफ्तार हुए आरोपी है ये
सीकर से पकड़े गए बदमाश के कब्जे से नोट गिनने वाली मशीन भी बरामद की गई है. जिन लोगों की इस मामले में अब तक गिरफ्तारी हुई है. उनमें कुणाल जायसवाल मीर मुदस्सर अक्षय बागड़िया कुणाल कोष्टी मणि शंकर बिश्नोई प्रदीप बिश्नोई विकास बिश्नोई सुनील बिश्नोई और अब कानजी भाई राजपूत भी शामिल हैं.