ग्वालियर: मंगलवार को ग्वालियर कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान एक अनोखा मामला सामने आया. कैंसर से पीड़ित एक बुजुर्ग महिला स्ट्रेचर की मदद से अपनी शिकायत लेकर पहुंची. महिला की शिकायत है कि उसका बेटा और बहू उसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. उसको मारते हैं और ठंड में घर से बाहर निकाल देते हैं. दोनों उनको हमेशा के लिए घर से निकालना चाहते हैं. उसने नम आंखों और कांपती आवाज में कलेक्टर से गुहार लगाते हुए कहा, मुझे मेरे बेटे और बहू से बचा लीजिए.
'बहू और बेटे देते है मानसिक और शारीरिक यातनाएं'
ग्वालियर के महलगांव निवासी 80 वर्षीय महिला शांति देवी (बदला हुआ नाम) कैंसर से जूझ रही हैं. मंगलवार को शांति देवी स्ट्रेचर पर बड़े बेटे अमीश द्विवेदी के साथ अपनी पारिवारिक समस्या लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंची. बुजुर्ग को इस हाल में देख अधिकारी हैरत में पड़ गए. महिला ने आरोप लगाया कि उसका छोटा बेटा अनंत और बहू दीपिका उसे हर रोज मानसिक और शारीरिक यातनाएं देते हैं. वो चाहते हैं कि मैं पूरा घर उनके नाम कर दूं. उन्होंने हाथ जोड़ अपना दर्द व्यक्त करते हुए कहा कैंसर के दर्द से ज्यादा उसे इन दोनों से परेशानी हो रही है.
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घर नाम कराने के लिए प्रताड़ित करते हैं बहू-बेटे
शांति अपने बड़े बेटे अमीश द्विवेदी के साथ जनसुनवाई में पहुंची थी. उनके पति का कोरोना काल में निधन हो गया था. मामला सुनने के बाद एडीएम ने संबंधित थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने और बुजुर्ग महिला को सुरक्षा देने के निर्देश दिए. महिला को अधिकारियों ने एंबुलेंस के जरिए वापस घर भेजा. ग्वालियर अपर कलेक्टर कुमार सत्यम ने कहा, "यह पारिवारिक विवाद है. पीड़िता ने पहले ही अपने बेटे-बहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. उसपर संबंधित थाने को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी."