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US होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट टीम पहुंची ग्वालियर, साइबर ठगों से करेगी पूछताछ, दुबई से जुड़े हैं तार - INTERNATIONAL CALL CENTER FRAUD

बीते दिनों ग्वालियर के झांसी रोड थाना पुलिस ने माधवनगर के होटल आशीर्वाद के कमरा नंबर 204 में बने कॉल सेंटर से अमरीका सहित अन्य देशों के लोगों को ठगने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जानकारी ग्वालियर पुलिस ने अमेरिका की जांच एजेंसी से भी साझा की थी. जिसके बाद अमरfका से होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट एजेंसी की एक टीम ग्वालियर पहुंची और एसपी से मुलाक़ात की.

INTERNATIONAL CALL CENTER FRAUD
ग्वालियर पहुंची अमेरिकन सिक्योरिटी टीम, साइबर ठगों से करेगी पूछताछ, दुबई से जुड़े हैं तार
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 5, 2024, 3:49 PM IST

Updated : Apr 5, 2024, 5:20 PM IST

अमेरिकन सिक्योरिटी टीम पहुंची ग्वालियर

ग्वालियर। इन दिनों सतर्कता के बावजूद कई लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं. ये साइबर ठग अपनी जड़े अब हर जगह फैला रहे हैं. पिछले दिनों ग्वालियर में कॉल सेंटर के जरिए विदेशियों को ठगने का मामला सामने आया था. अब इस गैंग के बारे में इन्वेस्टीगेशन करने अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट एजेंसी की एक टीम ग्वालियर पहुंची है. ग्वालियर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर जांच एजेंसी टीम ने ठग गिरोह के बारे में एसपी से इनपुट लिया और अब वहां पुलिस के साथ मिलकर जांच टीम आरोपियों से भी पूछताछ करेगी.

माइक्रोसॉफ्ट एम्प्लोयी बनकर विदेशों में ठगी

गिरफ्तार सातों लोग माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के कर्मचारी बनकर अमरिका के लोगों को फोन कर उनके कंप्यूटर्स में वायरस होना बताकर फंसाते थे. गिरफ्तार फ्रॉडस्टर से पता चला है कि वे लोग अमेरिका के लोगों के नंबर दुबई में बैठे सरगना मोती सिकरवार को वॉट्सऐप ग्रुप पर मुहैया कराता था.

कमीशन पर ठगी, दुबई से आता था हवाला से पेमेंट

हर कॉल पर टीम मेंबर को कमीशन के रूप में 5 परसेंट मिलता था. जिसका पेमेंट हवाला के जरिए किया जाता था. ऐसे में ज्यादा पैसा कमाने के लिए गैंग के सदस्य दनादन फोन लगाते थे. एक बार जो फंसता था, उससे कम से कम 1500 डॉलर ऐंठते थे और ठगी की रकम सीधे दुबई में मोंटी सिकरवार के खाते में पहुंचती थी. उसे भुगतान गिफ्ट कार्ड के जरिए होता था.

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आरोपियों से मिले हैं 5 हजार मोबाइल नंबर

गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस को यह भी पता चला है कि गैंग का सरगना मोंटी इसके अलावा करण गैंग को भी ऑपरेट करता था. उसने ही कॉल सेंटर में काम करने का हवाला देकर टीम तैयार की थी. जो अब तक पुलिस की पहुंच से दूर है और करण को धंधे के सारे राज पता है. यह गैंग विदेशियों से ठगा पैसा इंडियन करेंसी में बदलने का काम भी करती थी. उनके पास करीब 5 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबर मिले हैं.

यहां पढ़ें...

ठिकाना ग्वालियर में और ठगी अमेरिका,इंग्लैंड के लोगों के साथ, युवती सहित 8 लोग गिरफ्तार

ग्वालियर में फेक ऑफिसर्स का साइबर जाल, ठग रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से ऐंठ रहे 51लाख रुपये

दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी पुलिस और एजेंसी

फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस ने सातों आरोपियों को रिमांड पर लिया था. जिसकी समय सीमा खत्म होने पर दोबारा रिमांड पर लेकर और कई सवालों पर पूछताछ की जा रही है, लेकिन अब देखना यहां होगा कि अमेरिका होम लैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट की जांच टीम और ग्वालियर पुलिस मिलकर क्या-क्या खुलासे करती है.

अमेरिकन सिक्योरिटी टीम पहुंची ग्वालियर

ग्वालियर। इन दिनों सतर्कता के बावजूद कई लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं. ये साइबर ठग अपनी जड़े अब हर जगह फैला रहे हैं. पिछले दिनों ग्वालियर में कॉल सेंटर के जरिए विदेशियों को ठगने का मामला सामने आया था. अब इस गैंग के बारे में इन्वेस्टीगेशन करने अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट एजेंसी की एक टीम ग्वालियर पहुंची है. ग्वालियर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर जांच एजेंसी टीम ने ठग गिरोह के बारे में एसपी से इनपुट लिया और अब वहां पुलिस के साथ मिलकर जांच टीम आरोपियों से भी पूछताछ करेगी.

माइक्रोसॉफ्ट एम्प्लोयी बनकर विदेशों में ठगी

गिरफ्तार सातों लोग माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के कर्मचारी बनकर अमरिका के लोगों को फोन कर उनके कंप्यूटर्स में वायरस होना बताकर फंसाते थे. गिरफ्तार फ्रॉडस्टर से पता चला है कि वे लोग अमेरिका के लोगों के नंबर दुबई में बैठे सरगना मोती सिकरवार को वॉट्सऐप ग्रुप पर मुहैया कराता था.

कमीशन पर ठगी, दुबई से आता था हवाला से पेमेंट

हर कॉल पर टीम मेंबर को कमीशन के रूप में 5 परसेंट मिलता था. जिसका पेमेंट हवाला के जरिए किया जाता था. ऐसे में ज्यादा पैसा कमाने के लिए गैंग के सदस्य दनादन फोन लगाते थे. एक बार जो फंसता था, उससे कम से कम 1500 डॉलर ऐंठते थे और ठगी की रकम सीधे दुबई में मोंटी सिकरवार के खाते में पहुंचती थी. उसे भुगतान गिफ्ट कार्ड के जरिए होता था.

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आरोपियों से मिले हैं 5 हजार मोबाइल नंबर

गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस को यह भी पता चला है कि गैंग का सरगना मोंटी इसके अलावा करण गैंग को भी ऑपरेट करता था. उसने ही कॉल सेंटर में काम करने का हवाला देकर टीम तैयार की थी. जो अब तक पुलिस की पहुंच से दूर है और करण को धंधे के सारे राज पता है. यह गैंग विदेशियों से ठगा पैसा इंडियन करेंसी में बदलने का काम भी करती थी. उनके पास करीब 5 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबर मिले हैं.

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ठिकाना ग्वालियर में और ठगी अमेरिका,इंग्लैंड के लोगों के साथ, युवती सहित 8 लोग गिरफ्तार

ग्वालियर में फेक ऑफिसर्स का साइबर जाल, ठग रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से ऐंठ रहे 51लाख रुपये

दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी पुलिस और एजेंसी

फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस ने सातों आरोपियों को रिमांड पर लिया था. जिसकी समय सीमा खत्म होने पर दोबारा रिमांड पर लेकर और कई सवालों पर पूछताछ की जा रही है, लेकिन अब देखना यहां होगा कि अमेरिका होम लैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट की जांच टीम और ग्वालियर पुलिस मिलकर क्या-क्या खुलासे करती है.

Last Updated : Apr 5, 2024, 5:20 PM IST
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