ग्वालियर: यहां 06 अक्टूबर को भारत और बांग्लादेश के बीच t20 क्रिकेट मैच आयोजित होने वाला है. जिसको लेकर बीसीसीआई और एमपीसीए ग्वालियर जिला प्रशासन के साथ मिलकर तैयारियों में जुटे हैं. वहीं हिन्दू महासभा इस मैच का विरोध कर रही है. इस संगठन की मांग है कि भारत में बांग्लादेश के साथ कोई मैच नहीं होना चाहिए.
ग्वालियर पहुंचीं हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष
हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ग्वालियर पहुंची. उन्होंने कहा कि "जिस देश में हिंदुओ पर अत्याचार किए जा रहे हैं उस देश के साथ मैच खेलना अपमानजनक है. इसलिए हिंदू महासभा ने निर्णय लिया है कि इस मैच का विरोध करेंगे और उसी के समर्थन में वे यहां आईं हैं. दो अक्टूबर को इस मैच के विरोध में काला दिवस मनाया जाएगा. इतना ही नहीं है अगर सरकार ने इस मैच को रद्द करने का फैसला नहीं लिया तो 6 अक्टूबर के दिन ग्वालियर बंद किया जाएगा."
'जनता करेगी मैच का बायकॉट'
जब उनसे पूछा गया कि एक घंटे में जिस मैच के टिकट खत्म हो गए उस मैच के विरोध करने का क्या वाकई कोई फायदा नजर आ रहा है. इस बात पर हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने जवाब दिया कि "जब लोगों को पता चलेगा कि बांग्लादेश में हिंदू परिवारों के साथ किस तरह अत्याचार हुआ है तो जनता इस मैच का बायकॉट करेगी. सभी जानते हैं कि जिस तरह के अत्याचार वहां हुए उसके बाद यह मैच एक डिप्लोमैटिक संधि के तौर पर किया जा रहा है."
'हिंदू विरोधी को खेल का ऑफर'
हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने कहा कि "कोई हिन्दू समाज को दबा नहीं सकता है जिस तरह कानपुर में हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं के विरोध को दबाने के लिए मुकदमे दर्ज कर दिए गए. सरकार ने अब यह फैसला कर लिया है कि जो भी हिन्दुओं के हित की बात करेगा उसे जेल में डाल दिया जाएगा."