ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गुरुवार को दौरे के बीच सेना के अफसर और पुलिस कर्मियों के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया. सीएम के काफिले के गुजरने के दौरान गोला का मंदिर चौराहे के नजदीक विवाद हुआ. पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाकर पूर्व सैनिकों ने प्रदर्शन किया. ग्वालियर-चंबल संभाग के पूर्व सैनिकों ने मेजर आशीष चौहान के साथ पुलिस द्वारा की गई अभद्रता को लेकर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. पूर्व सैनिकों ने तत्काल निलंबित करने की मांग ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर से की है.
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लगाए पिटाई के आरोप
इस मामले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच सेना के अफसर भी मध्यस्थता की कोशिश कर रहे हैं. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. दरअसल, जोधपुर में तैनात सेना के अफसर आशीष चौहान अपने दोस्त और परिवार की दो महिलाओं के साथ गोला का मंदिर चौराहे से गुजर रहे थे. इसी दौरान उनकी कार एक अन्य कार से टकरा गई. इसके बाद मेजर की कार को टक्कर मारने वाले चालक ने वाहन से भागने की कोशिश की, जिसे पकड़ने के लिए मेजर दौड़े.
सेना के मेजर की कार को टक्कर के बाद विवाद
इस दौरान बैरिकेटिंग के पास खड़े कुछ पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए. उन्होंने मेजर को समझाने की कोशिश की. इस पर मेजर और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हो गया. चर्चा है कि पहले मेजर ने पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता की. इसके बाद पुलिस ने मेजर को पीट दिया और उन्हें पुलिस की गाड़ी से थाने ले गई. गाड़ी में भी उनके साथ मारपीट की गई. जैसे ही इस घटना की जानकारी पूर्व सैनिकों के संगठन को लगी तो वे रोष में आ गए. उन्होंने शुक्रवार दोपहर को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर के बंगले पर प्रदर्शन किया और गोला का मंदिर थाने के चारों पुलिस कर्मियों के खिलाफ न सिर्फ अपराध दर्ज करने की मांग की बल्कि उन्हें तत्काल निलंबित करने की भी मांग की.
ऊर्जा मंत्री ने पूर्व सैनिकों को किया आश्वस्त
पूर्व सैनिक जेएस तोमर का कहना है "मेजर के साथ पुलिस वालों ने मारपीट की है." इस मामले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पूर्व सैनिकों को आश्वस्त किया है "वे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर सेना के अफसर के साथ हुई घटना में वस्तुस्थिति का पता लगाएंगे. उसके बाद वैधानिक कार्रवाई करवाने की कोशिश करेंगे." वहीं,सेना के अफसरों व पुलिस अफसरों और ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी में मामले को शांत करने की कोशिश की जा रही है.