पटना साहिबः विधानसभा स्पीकर का पद संभालने के बाद नंदकिशोर यादव जब पहली बार अपने विधानसभा इलाके में पहुंचे तो स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया और नंदकिशोर यादव जिंदाबाद के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा.
"नया अवसर, नयी चुनौती" नंदकिशोर यादव अपने निवास स्थान खाजेकलां पहुंचे और समर्थकों से मिले. इस दौरान उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. अपने समर्थकों से बातचीत करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्पीकर का पद चुनौतियों से भरा है, लेकिन उनके लिए अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन का एक बड़ा अवसर है. उन्होंने कहा कि पूरी निष्ठा के साथ अपना कर्त्तव्य निभाएंगे.
वार्ड मेंबर से शुरू हुआ सियासी सफरः बिहार विधानसभा अध्यक्ष के गरिमामय पद तक पहुंचे नंदकिशोर यादव ने अपना सियासी सफर पटना साहिब से ही शुरू किया था. वे 1978 में पटना साहिब से ही पहली बार वार्ड मेंबर चुने गये थे और नगर निगम पहुंचे थे. 1990 में बीजेपी ने नंद किशोर को भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया, जबकि 1995 में यादव पहली बार पूर्वी पटना विधानसभा क्षेत्र से एमएलए चुने गए और लगातार 7वीं बार विधायक बने हैं.
भावुक हुए नंदकिशोर : 1998 में इन्हें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद भी सौंपा गया. समर्थकों के स्वागत से विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भावुक हो गए और अपने सभी शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद तक पहुंचना सिर्फ उनका सम्मान नहीं बल्कि पटना साहिब की जनता का सम्मान है.
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